विटामिन B

विटामिन B

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 विटामिन बी पानी में घुलनशील विटामिनों का एक समूह है जो के शरीर की कमियों को पूर्ण करने के काम आता है। कई विशिष्ट बी विटामिन हैं, प्रत्येक के अपने अनूठे कार्य और लाभकारी स्रोत हैं। विटामिन के कई प्रकार जो अलग-अलग तरह से मनुष्य के शरीर को लाभ प्रदान करते हैं और मनुष्य के शरीर के लाभ प्रदान करने के लिए उनकी उचित मात्रा होने जरूरी होती है जो कि नीचे बताई गई है,

  

सबसे आम विटामिन बी1 होता है जिसे थायमिन कहते हैं और थायमिन का मुख्य कार्य कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में बदलना होता है तथा शरीर में उचित कार्य करने में हेल्प करता है और विटामिन बी1 मुख्यतः साबुत अनाज फलियां और कई प्रकार के खाद्य पदार्थों में पाया जाता है जिनका सेवन करना चाहिए।

और विटामिन बी की श्रेणी में आगे विटामिन b2 है जिसे राइबोफ्लेविन भी कहते हैं जो मुख्यतः ऊर्जावान पर्दातू में पाया जाता है साथ ही स्वस्थ यह शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है जिसमें यह शरीर की त्वचा आंखों आदि को ताजा बनाए रखने में कार्य करता है और विटामिन बी2 मुख्य मांस हरी सब्जियां और अनाज में भी पाया जाता है जिनका सेवन करने से विटामिन बी2 की कमी दूर होती है।

 

और विटामिन बी की अगली श्रेणी में विटामिन बी3 जिसे नियासिन भी कहते हैं इसका मुख्य कार्य यह होता है कि यह ऊर्जा की उपापचय क्रिया को करने के लिए जरूरी होता है और यह सोच त्वचा के काम आता है तथा इसकी कमी से घबराहट और पाचन तंत्र गड़बड़ा जाता है इसीलिए विटामिन b3 का रेगुलर सेवन जरूरी होता है और यह मुख्यतः मांस मछली और मेरे साबूत अनाज आदि में शामिल होता है जिसका सेवन मनुष्य को भरपूर मात्रा में करना चाहिए।

और विटामिन बी की अगली श्रेणी में विटामिन बी 5 आता है जिसे पेंटर्थनिक एसिड भी कहते हैं पेंटर दैनिक एसिड मुख्यतः हम लोग के संयोजन और हार्मोन तथा न्यूट्रल ट्रांसमीटर आदि के उत्पादन में मिलता है जिसका शरीर में बहुत इंपॉर्टेंट कार्य होता है और यह मुख्यतः पशु द्वारा उत्पादित वस्तुओं और साबूत अनाज व फलियां में शामिल होता है इसलिए मनुष्य को भरपूर इसका सेवन करना चाहिए।

 

 

विटामिन बी की श्रेणी में आगे विटामिन b9 आता है जिसे फोलिक एसिड या फोले भी कहते हैं और यह शरीर में मुख्यतः डीएनए को बनाने तथा कोशिका की वर्दी के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य करता है और यह गर्भधारण के दौरान घर में उपस्थित भ्रूण के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण विटामिन होता है और विटामिन बी नाइन प्राप्त करने के लिए मनुष्य को हरी सब्जियां फलियां तथा फोर्टीफाइड अनाज का भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए जिससे कि मनुष्य को भी 9 या फोलिक एसिड प्राप्त हो सके।

ओ विटामिन बी की श्रेणी में आगे विटामिन b12 आता है जिसे अन्य नाम कोबलमों भी कहते हैं तथा यह शरीर में मुख्यतः लाल रक्त कणिकाओं तथा कोशिका संरचना व तंत्रिका तंत्र को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा डीएनए के बनाने में भी b12 का महत्वपूर्ण कार्य है और मनुष्य b12 प्राप्त करने के लिए मांस मछली अंडा डेरी में बने उत्पादों का सेवन कर सकता है जिसमें भरपूर मात्रा में भी रेलवे विटामिन प्राप्त होता है।

  कई बी विटामिन का संयोजन हो सकता है। 

विटामिन बी ग्रहण करने के लिए कट बक्शी या कुछ खाद्य पदार्थ का सेवन करना जरूरी होता है जिसमें विटामिन बी की उचित मात्रा होती है तथा विटामिन बी ए कंपलेक्स विटामिन होता है जो सामान्यतः कार्यों को एक साथ करता है इसीलिए विटामिन बी के सभी रूपों को विटामिन बी कंपलेक्स कहते हैं और विटामिन बी कांप्लेक्स के अवयव को समग्र रूप से स्वास्थ्य को सुधारने के लिए सेवन करना बहुत जरूरी होता है।

 

विटामिन बी की कमी से कई प्रकार की शारीरिक समस्या हो सकती है जिसमें मुख्यतः एनीमिया या त्वचा रोग और थकान आदि शामिल इन सभी शारीरिक समस्याओं से बचने के लिए मनुष्य को विभिन्न खाद्य पदार्थों का प्रयोग करना चाहिए जिसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी उपलब्ध हो जो सामान्यतः मनुष्य के शरीर को तंदुरुस्त बनता है

 

और कुछ मामलों में मनुष्य को विटामिन बी प्राप्त करने के लिए या लेने के लिए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि कभी-कभी की स्थितियों में यह मनुष्य के लिए प्रतिबंधित होता है जिसको लेना उसे मनुष्य के लिए घातक साबित हो सकता है यह कुछ मनुष्य में इसकी अप्रियत मात्रा होने से उसके शारीरिक समस्या होती है जिस डॉक्टर की सुझाव से मनुष्य अपने विटामिन बी के लेवल को बढ़ा सकता है जिससे उसकी शारीरिक समस्याओं की सती को पूर्ण किया जा सकता है और एक शरीर में लाभकारी कार्य हो इसीलिए डॉक्टर की सलाह और सुझाव लेने के बाद ही विटामिन बी का सेवन करें ।

धन्यवाद


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