Month: October 2023

पेट की बीमारियां और उनके घरेलू उपाय,

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 मानव शरीर का अंगों से मिलकर बना होता है जिसमें रंग का अपना अलग-अलग कार्य होता है जो की शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं और संतुलन बनाए रखते हैं और मानव शरीर के सभी अंग एक – दूसरे के पूरक होते है क्योंकि एक भी अंग के गड़बड़ हो जाने या बीमारी की चपट में आ जाने से पूरी बॉडी या शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है जो कई बीमारियों को न्योता देते हैं। 

शरीर में पेट एक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसके गड़बड़ जाने से शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है , वो एक कहावत है ना की मन चंगा तो हर काम चंगा इस प्रकार स्वस्थ में एक कहावत है पेट चंगा तो हर अंग चंगा । इसलिए इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है।

पेट का मुख्य कार्य मानव द्वारा ग्रहण किया भोजन को पचना और उसे भोजन में से आवश्यक तत्वों को अलग करके अन्य अंगों तक पहुंचाना और शक्ति प्रदान करना शक्ति प्रदान करना इसका मतलब हम यह कह सकते हैं कि यह रोग प्रतिरोधक क्षमता के स्तर को बढ़ता है।

             

                                -: पेट की आकृति या सरचना :-

पेट की संरचना मुख्य रूप से चौकोर आकृति का होता है जिसमें कई प्रकार के अलग-अलग भाग है पेट मुख्य रूप से भोजन के प्रवेश मार्ग से लेकर बाहर निकालने के मार्ग तक संपूर्ण भाग को पेट की संख्या दी गई है या मेडिकल की भाषा में बोले तो मुंह से लेकर गुड्डा तक के भाग को पेट की संख्या दी गई है।

यह कई आंतो से मिलकर बना होता है और इसमें मुख्य रूप से छोटी आंत और बड़ी आंत मुख्य अंग है। और इसमें अब में से तथा लीवर भी शामिल रहते हैं।

                      

                                    -: पेट के कार्य की प्रक्रिया :-

पेट मुख्य रूप से भोजन को बचाने तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता के स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह भोजन के साथ ग्रहण किए हुए मूलभूत तत्व में से अनावश्यक या हानिकारक तत्वों को अलग करके मल में बदलकर बाहर कर देता है और शरीर को स्वस्थ बनाए रखना है।

सबसे पहले मुंह से भोजन ग्रहण किया जाता है फिर बाद में भोजन आहार नाल से होता हुआ छोटी आंत पर पहुंचते हैं जहां उसमें अमल की मात्रा को मिलाया जाता है जिससे भोजन का पाचन होता है फिर बचा हुआ भोजन आगे बड़ी आंत में जाता है जहां शेष चीजों को जैसे पानी वगैरह आदि को बचाया जाता है फिर बड़े हाथ में पूर्ण रूप से भोजन पचाने के बाद उसे मल में बदलकर आगे भेज दिया जाता है फिर उसे मल के रूप में शरीर से त्याग दिया जाता है और मल के रूप में त्याग हुआ पदार्थ अनावश्यक होता है जो कि भोजन पचाने के बाद पीछे रह जाता है।

                                              :- पेट के मुख्य रोग :-

✴️पेट में दर्द रहना

✴️पेट का फुल रहना

✴️पेट में जलन 

✴️गैस की समस्या 

✴️एसिडिटी 

✴️कब्ज 

✴️लूज मोशन 

✴️उल्टी पेट में दर्द रहना 

✴️पेट कठोर हो जाना

✴️पेट में नसों का अपने जगह छोड़ देना

✴️छोटी और बड़ी आंत द्वारा कार्य सही समय पर नहीं               करना 

✴️आमाशय के खराब होना 

✴️लीवर का खराब होना

                                    -: पेट के रोग के मुख्य कारण :-

✴️समय पर भोजन नहीं करना

✴️आवश्यकता से कम वजन खाना

✴️वसायुक्त भोजन का अधिक सेवन

✴️लंबे समय तक खाना नहीं खाने से

✴️उचित मात्रा में पानी नहीं पीने से 

✴️गलत भोजन खाने से

✴️भोजन में फाइबर की कमी से

✴️खाली पेट गलत भोजन खाने से 

✴️ज्यादा भोजन करके बैठ जाने से 

✴️हद से ज्यादा भोजन करने से

                                            -: पेट के रोग के बचाव :-

1. पानी का सेवन :- पेट की बीमारियों का मुख्य बचाव उचित पानी की मात्रा का सेवन करना होता है और इस आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति सही मात्रा में पानी को ग्रहण नहीं करता है जिसकी वजह से शरीर में पानी की कमी होने की करण शरीर में कई बीमारियों के जन्म होता है जिसमें सबसे बड़ी बीमारी पेट में होती है इसलिए पानी की उचित मात्रा का सेवन करना व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी होता है और एक आम व्यक्ति के लिए दिन 3- 4 लीटर  या अधिकतम 5- 6 लीटर तक का पानी ग्रहण करना लाभदायक रहता।

2. सही भोजन का चयन :- पेट की बीमारियों को बचाने के लिए व्यक्ति को हमेशा अच्छे भोजन का ही सेवन करना चाहिए क्योंकि कई बार गलत भोजन के सेवन से पेट की कार्य सेल बिगड़ जाती है जिससे वह भोजन को अच्छी तरह से बच्चा नहीं पता है जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता और पाचन शक्ति काम हो जाती है इसलिए भोजन का चयन बहुत जरूरी है बाहर का तला हुआ भजन काम काम ले और वसा युक्त भोजन की मात्रा को कम रखें और फल फ्रूट ताजी सब्जियां का से वन करें।

3. पैदल चाल :- व्यक्ति को भोजन करने के बाद कम से कम आधा घंटा चलना चाहिए जिससे भोजन आसानी से बच सके और आदमी सोच रहे खाना खाने के बाद बैठ जाने से शरीर की पाचन क्षमता कम हो जाती है।

4. डॉक्टर से सम्पर्क :- अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय से पेट में समस्या है और घरेलू उसके काम नहीं आ रहे हैं तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें क्योंकि लंबे समय तक पेट की समस्या के कारण व्यक्ति की जान भी जा सकती है और साल में दो-तीन बार व्यक्ति को पूरी बॉडी को चेक करना चाहिए ।

Human body is made up of the parts in which there is a different task of color which maintains the body healthy and maintains balance and all the organ of the human body is supplemented by one another because the whole body or body is full of a fucked or disease. Balance gets worse, which invites many diseases. The stomach in the body is an important because the balance of the body gets worse due to its mess, it is a saying that every work is healed in a healthy way. Therefore it is very important to take care of it. The main task of the stomach to refrain from the human beings and to separate the necessary elements from the food, and to give power to other organs, it means that it can say that this disease increases the level of resistance. 

        

           -: The structure of the stomach :- 

The structure of the stomach is mainly a square shape, in which there is a different part of the stomach mainly from the entrance path of the food to the whole part, the number of stomach has been given or said in the language of medical to Gudda. The number of stomach has been given to the part. It is made up of many intestinal and it is mainly small intestine and large intestine. And from now and there are levers.

                                  -: Process of stomach :-

 The stomach mainly plays an important role in protecting food and increasing the level of disease resistance and separating the unnecessary or harmful elements separately from the fundamental element to the food and turn it into the body and make the body healthy Keep. 

First of all, food is taken from the mouth, then after the food, the amount of execution is mixed with the food, where the amount of execution is made, which is digestion of food, then the remaining food goes to the very intestine, where the remaining things like water etc. are saved. After digesting food in the big hand, it is changed forward by changing it into the stool and then it is sacrificed from the body as stool and the substance of the stool is unnecessary, which remains behind after digesting food.h

      : – The main disease of the stomach: – 

✴️Staying pain in the

✴️ The problem of burning in the format of          the juggis in the 

✴️एसिडिटी. 

✴️Knowing the pain in the stomach. 

✴️Do not work on the right time of the nervousnes.

✴️Do not eat food on the right time. –

✴️Do not eat food on time.

✴️Eat more than food, 

✴️Do not eat water in the food, 

✴️Eating the food in the food, 

✴️By eating the food, 

✴️The lack of fiber in the food.

✴️Eating the wrong meal. 

✴️By eating more food.

      -: Defend the disease of stomach: 

1. Water intake: – The main rescue of stomach diseases is to consume the amount of proper water and in this nowadays, the person does not accept water in the right amount of water due to which many in the body. Diseases are born in which the biggest illness is in the stomach, it is very important for the person to consume the proper amount of water and it is beneficial for a common man to take water for 3-4 liters or maximum 5- 6 liters. 

2. Selection of the right food: – To save the belly diseases, the person should always consume good food because many times the work of the stomach is worsened by the incorrect food, so that the food does not know the child well, due to the effectiveness of body disease and digestive power. The selection is very important to take out the fried hymn work and keep the amount of fat containing fat and do the forest from fruit fruit fresh vegetables.

 3. Walking: – After eating the person, at least half an hour should be able to avoid food and sitting after eating the man thinking after eating the man, the body’s digestion decreases.

 4. Contact from the doctor: – If a person has a problem in the stomach for a long time, then please contact the doctor because the person can also get the life of the person due to the problem of stomach and the person should check the whole body for a long time.


नाक के रोग के लक्षण और उनके बचाव ,

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 नाक जो शरीर का एक सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है जो की शरीर का संतुलन बनाए रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और सुंदरता को भी चार चांद लगता है। नाक जो की सभी के लिए जरूरी आएंगे यह मनुष्य और जानवरों दोनों में पाया जाता है जिस जो छिद्र युक्त अंग होता है जो मुख्य रूप से सांस लेने और सुगंध लेने या गंध लेने के काम में आता है। नाक हर मनुष्य के कुछ-कुछ अलग-अलग होती है और नाक में अनेक प्रकार के रोग विश्व में से भी होती है जो की बहुत घातक होती है नाग जानते समय लेकिन इसकी बीमारियों और इसकी समस्याओं के बारे में लोग इतना नहीं जानते हैं तो नाक के बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए नीचे पढ़े हैं –

                                                -: नाक की बनावट :- 

नाक जितना सीधा दिखता है उतनी ही इसकी बनावट जटिल है क्योंकि आकार छोटा होने की कारण इसके अंदर सारी हड्डियां और नशे छोटी-छोटी होती है जिनके कार्य बहुत महत्वपूर्ण होते हैं जैसे की नाक मुख्यतः दो छिद्र वाला होता है जिनको दो पतली सी हड्डियां अलग करती है और नाक में कुछ ग्रंथियां भी होती है जो सीधे नाक को मस्तिष्क से जोड़ती है और कुछ झिल्ली भी होती है जो की हवा को फिल्टर करने का कार्य करती है और कुछ नसें जो आवश्यक हार्मोन छोड़ती है जो की नाक और शरीर और हवा की शुद्धता के लिए बहुत जरूरी होता है नाक के छिद्रों को नासिक कहते हैं जो नाक के मुख्य अंग है।

                                                       -: नाक के रोग :-

नाक जो कि शरीर के श्वसन तंत्र के लिए महत्वपूर्ण अंग होता है लेकिन बदलते मौसम या हर मौसम में सबसे पहले इसी पर मौसम का हमला होता है फिर धीरे-धीरे इससे शरीर में संतुलन बिगड़ा है और अनेक प्रकार की बीमारियों का जन्म होता है जिसमें मुख्य प्रकार की बीमारियां :-

✴️मौसम परिवर्तन पर जुखाम

✴️नाक का बहाना  

✴️नाक बंद होना 

✴️नाक में हल्के-हल्के जलन होना

✴️नाक में सूजन आना 

✴️नाक का लाल हो जाना 

✴️नाक में मांस या हड्डी का धीरे-धीरे बढ़ता

✴️छींक आना 

✴️सांस लेने तकलीफ

✴️छाती में दर्द होना 

✴️छाती में बलगम जमा होना 

✴️गला जाम हो जाना 

✴️छींके पर छींके आना

✴️सर में दर्द रहना

✴️पूरे शरीर में दर्द होना आदि 

                                           -: नाक के रोग के लक्षण :-

शरीर में कई प्रकार की बीमारी होती रहती है जिसमें उनके लक्षण के अनुसार उनकी पहचान की जाती है और उनसे निजात पाने या स्वस्थ रहने के लिए बीमारी के अनुसार डॉक्टर सुझाव देते हैं और आदमी निरोगी बनता है तो नाक के रोग के लक्षण नीचे दिए गए हैं देखें -:

✴️नाक का लगातार बहना

✴️गले का जाम हो जाना 

✴️बोलने में तकलीफ 

✴️खाने पीने में तकलीफ होना 

✴️छाती में कफ जम जाना 

✴️सांस लेने में तकलीफ 

✴️आंखों में दर्द 

✴️सर में दर्द होना 

✴️हल्का-हल्का शरीर में भी दर्द रहना 

✴️नाक में हल्के-हल्की खुजली होना

✴️एलर्जी होना 

                                 -: मुख्य रोग नाक का बंद होना :-

बदलते मौसम में सामान्य मुख्य रोग नाक बंद होना या जुकाम होना एक आम सी बात है क्योंकि मौसम परिवर्तन पर शरीर में कई प्रकार के परिवर्तन होते हैं जिसके लिए शरीर तैयार नहीं होता है और जिससे जुखाम हो जाती है और जुखाम होने का मुख्य लक्षण राइनो वायरस होता है जिसकी वजह से जुकाम या नाक का बंद होना जैसी बीमारी का सामना करना पड़ता है।

जुखाम या नाक का बंद होना दो-तीन दिन में अपने आप सही हो जाता है लेकिन कई दिन सही नहीं होने के कारण यह बड़ी बीमारी का रूप ले लेता है जिसे साइनस रोग कहते हैं। 

👉नाक बंद या जुकाम के मुख्य कारण 

👉किसी को एलर्जी से

 👉नाक के टिशु में सूजन आ जाने से 

👉नाक में द्रव्य पर जाने से

 👉इन्फेक्शन की वजह से

                                          -: नाक के रोग के बचाव :-

1. बदलते मौसम के अनुसार अपने शरीर को सुरक्षा प्रदान करें क्योंकि बादल तो मौसम अनेक बीमारी के आगमन का निमंत्रण पत्र होता है इसलिए जैसे मौसम में बदलाव होते हैं वैसे शरीर को सुरक्षा प्रदान करें अगर सर्दी बढ़ रही है तो शरीर को सर्दी से बचाए और ठंडी वस्तु खाने से परहेज करें और हो सके जितना घर से कम बाहर निकले।

2. अगर किसी को किसी वस्तु से ना की एलर्जी है तो उसे वस्तु से उच्च दूरी बनाए रखें क्योंकि एलर्जी के लगातार बढ़ने के कारण ना की समस्याएं यह रोग बढ़ते चले जाते हैं और नए प्रकार की बीमारियों को जन्म देता है या एलर्जी वाले व्यक्ति को मास्क का उपयोग करना चाहिए जिससे कि वह एलर्जी से बचा जा सके।

3. बदलते मौसम में जुकाम होना आम बात होती है जो की सामान्य रूप से दो-तीन दिन में धीरे-धीरे अपना आप सही हो जाती कभी-कभी लंबे समय तक देने से या नहीं पर कर की बीमारियों को जन्म दे देती है इसलिए समय रहते हैं अपने नजदीकी डॉक्टर को जरूर दिखाएं।

4. नाक बंद होने या जुखाम होने पर मुख्य रूप से अपने आहार का सेवन नियमित और पूर्ण विटामिन और खनिज वाले पदार्थ का सेवन करें जिससे कि शरीर को उचित शक्ति प्राप्त हो सके और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जल्दी उठकर घूमने जाएं और गर्म पानी के भाप का काम ले ।

Nose is one of the most important parts of the body which plays a very important role in maintaining the balance of the body and also adds to the beauty.  Nose, which is necessary for everyone, is found in both humans and animals, which is an organ containing pores which is mainly used for breathing and inhaling aroma.  The nose is somewhat different for every human being and there are many types of diseases in the nose which are very fatal, but if people do not know much about its diseases and problems, then the nose  Read below for complete information about –

                                     -: Nose shape :-

 As straight as the nose appears, its structure is complex because due to its small size, all the bones and nerves inside it are small whose functions are very important, such as the nose mainly has two holes, which are separated by two thin bones.  And there are also some glands in the nose which directly connect the nose to the brain and there are also some membranes which work to filter the air and some nerves which release essential hormones which regulate the purity of the nose and body and air.  It is very important for the nostrils called nostrils which are the main organs of the nose.

                                  -: nose disease :-

 The nose is an important organ for the respiratory system of the body, but in the changing season or every season, it is first attacked by the weather, then gradually due to this, the balance in the body gets disturbed and many types of diseases arise, in which the main one is:  Types of diseases:-

✴️Cold due to weather change

✴️nose excuse

✴️nasal congestion

       Mild burning sensation in the nose

✴️Swelling in the nose

✴️Redness of nose

✴️Slow growth of flesh or bone in the nose

✴️Sneezing

✴️Shortness of breath

✴️Chest pain

✴️Mucus accumulation in the chest

✴️Stuffing throat

✴️Sneezing after sneezing

✴️Having a headache

✴️Pain in whole body etc.

                      -:  Symptoms of nose disease :-

 There are many types of diseases occurring in the body in which they are identified according to their symptoms and to get rid of them or to remain healthy, doctors give suggestions according to the disease and if the person becomes healthy then the symptoms of nose disease are given below. See -:

✴️Continuous runny nose

✴️Throat congestion

✴️Difficulty in speaking

✴️Having difficulty in eating and drinking

✴️Phlegm accumulation in the chest

✴️Difficulty in breathing

✴️Eye pain

✴️Having a headache

✴️Minor body pain

Mild itching in the nose

✴️Having allergies

                -: Main diseases: Nasal blockage :-

 Common main diseases in changing season: Blocked nose or cold is a common thing because due to change in weather, many types of changes take place in the body for which the body is not prepared and which leads to cold and the main symptom of cold is Rhino Virus. Due to which one has to face diseases like cold or nasal congestion.

 Cold or nasal congestion gets cured on its own in two-three days but if it does not get cured for several days, it takes the form of a major disease which is called sinus disease.

 👉Main causes of blocked nose or cold

 👉someone with allergies

👉 Due to swelling in the nasal tissue

👉 Due to fluid getting into the nose

👉Due to infection

                     -: Prevention of nose diseases :-

 1. Provide protection to your body according to the changing weather because cloudy weather is an invitation letter for the arrival of many diseases, therefore, as the weather changes, provide protection to the body. If the cold is increasing, then protect the body from cold and  Avoid eating cold food and go out of the house as little as possible.

 2. If someone is allergic to any thing, then he should maintain a high distance from that thing because due to the continuous increase of allergy, the problems of this disease keep on increasing and give rise to new types of diseases or the person with allergy can  Mask should be used so that allergies can be avoided.

 3. It is common to have a cold during the changing season, which normally gets cured gradually on its own within two-three days, sometimes if allowed for a long time or not, it can give rise to diseases, hence time  Always consult your nearest doctor.

 4. In case of blocked nose or cold, mainly consume regular and complete vitamins and minerals in your diet so that the body can get proper strength and to keep the body healthy, get up early and go for a walk and drink warm water.  Let’s use steam.


कान के सामान्य रोग और उसके उपाय Common ear diseases and their remedies

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 कान एक शरीर के लिए महत्वपूर्ण अंग है इसके बारे में जानते तो सभी लोग हैं लेकिन कान के भीतर की स्थिति हर मनुष्य नहीं जानता है कान जो कि शरीर का संतुलन बनाए रखना है जैसे की सुना सुना एक महत्वपूर्ण कार्य इसके बगैर व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता क्योंकि कुछ सुनाने के बाद ही वह क्रियाकलाप करता है जिससे शरीर चलता है कान होना एक महत्वपूर्ण है जिसके बगेर जिंदगी चलना यह सोचनी है। महत्वपूर्ण अंग है लेकिन कुछ लोग कम उम्र या जल्दी ही कान की सुनने की क्षमता खो देते हैं फिर वह इसारो में समझते हैं इसका मतलब कि वह इशारे ही अब आवाज है इसलिए सुनना बहुत जरूरी होता है।

                        -: कान के कार्य :- 

कान का मुख्य कार्य सुना ही होता है लेकिन सुना सबसे महत्वपूर्ण होता है कान ध्वनि को एकत्रित करके तरंगों को तंत्रिका तंत्र के पास भेजता है फिर तंत्रिका तंत्र उसे तरंगों के अनुसार उसे अंग को तैयार करता है जिससे शरीर का कार्य संपूर्ण या पूर्ण होता है इसलिए कान एक महत्वपूर्ण अंग हैं।

                        – :  कान के भाग :- 

कान दिखाने में एक साधारण शारीरिक का अंग है लेकिन अंदर से एकदम जटिल है। कान के मुख्य रूप से तीन भाग है ,

1. जो हमें दिखता है वह कान का वे बाह्य भाग है, और

2 . एक मध्य भाग होता है और

 3. फिर सबसे अंत में एक आंतरिक भाग होता है।

               -: कान के मुख्य रोग या समस्या :- 

कान का मुख्य कार्य सुना होता है लेकिन किसी कारण की वजह से या बढ़ती उम्र या आनुवंशिकता की वजह से कानों की सुनने की क्षमता घट भी सकती है इसके लिए डॉक्टर से सलाह जरूर ले।

👉कान का बहाना 

👉 कान में फंगल इन्फेक्शन होना

 👉कान का पर्दा फट जाना

 👉कान से कम सुनाई देना

 👉कान में कचरा जम जाना

👉 कान में छोटी-छोटी फुंसी होना होना

 👉कान में अजीब अजीब सी आवाज आना

 👉कान में नसों में सूजन आ जाना

👉 कान में हद से ज्यादा दर्द होना होना

👉 कान भारी भारी होना

                    -: कान के रोग के कारण :-

👍कान में अक्सर समस्या चोट लगने से 

 👍पानी घुसने से 

👍ज्यादा शोर वाले इलाके में रहने से 

👍यदि इयरफोन यूज़ लेने से 

👍वायरस की वजह से 

👍यह कान की सफाई करते समय कान की सवांदनशील नसों के लग जाने से

👍कान कचरा गुजारने से

👍कान में जोरदार हवा घुसने से

                    कान के रोग के उपाय 

 ✍️कान की सुरक्षा के लिए व्यक्ति को नाते समय हमेशा यह ध्यान रखें कि कहीं पानी कान में ना चला जाए और अगर कान में गलती से चला विजय तो कुछ समय के लिए कान को उल्टा करके सो जाये जिसे पानी बाहर आ जाए, अगर ऐसे में भी पानी बाढ़ नहीं आए तो किसी दूसरे व्यक्ति से कान में हलचल की भूख लगा फिर भी कान से पानी बार नहीं आए तो रूही लेकर कान में गुमाये ताकि रुई पानी सोख सके ।

✍️ कान को हमेशा साफ रखना चाहिए जो कि आजकल मार्केट में उपलब्ध कान साफ करने वाले बहुत से उपकरण आते हैं जिनसे कारण को नियमित रूप से साफ करना चाहिए और साफ करते समय यह सावधानी रखें की पर्दे को कुछ हानि आने ना हो ना हो।

✍️ अगर कुछ कान में घुस जाए तो उसके लिए घरेलू नुस्खे अपना सकते हैं जैसे कि जैतून का तेल या नारियल का तेल कभी प्रयोग कर सकते हैं लेकिन पानी का उसे प्रयोग करने से बचे।

✍️ कान को सुरक्षित रखने के लिए एयर फोन का प्रयोग जितना हो सके उतना कम करें अगर ईयर फोन उसे में या काम में ले रहे हो तो उसकी आवाज की तीव्रता को कान की क्षमता के अनुसार ही बनाए रखें रखें।

✍️ कान को स्वस्थ रखने के लिए जितना हो सके शोर शराब वाली जगह या वस्तु से दूर रहे लंबे समय तक शोर करने वाली वस्तु या जगह पर ना रहे क्योंकि लंबे समय तक कान में आवाज की तीव्रता अधिक होने की वजह से कानों की शक्ति कम होती है।

✍️ नियमित रूप से अपने डॉक्टर से कानून की जांच करवाते रहें और उनकी सलाह के अनुसार कान का ख्याल रखें।

Ear is an important organ for the body, everyone knows about it, but not every person knows the condition inside the ear. The ear is responsible for maintaining the balance of the body, as it is heard, it is an important function, without it a person cannot do anything. Because it is only after narrating something that the body performs activities which make it move. It is important to have ears without which one has to think that life can go on. It is an important organ but some people lose the ability to hear at a young age or early, then they understand in gestures that it means that those gestures are now sound, hence listening is very important.

                   -: Functions of ear :-

 The main function of the ear is to hear, but hearing is the most important. The ear collects the sound and sends the waves to the nervous system, then the nervous system prepares the organs according to the waves, due to which the functioning of the body becomes complete or complete, hence Ears are an important organ.

                 – : Parts of the ear :-

 The ear is a simple body part in appearance but is very complex inside. There are mainly three parts of the ear,

1. What we see is the external part of the ear, and

 2 . There is a middle part and

 3. Then at the end there is an inner part.

✒️ The main function of the ears is to hear, but due to some reason or due to increasing age or heredity, the hearing ability of the ears may decrease, for this definitely consult a doctor.

👉Ear’s excuse

👉 Fungal infection in the ear

👉rupture of eardrum

👉 hearing loss

👉Gas accumulation in the ear

👉 Having small pimples in the ear

      Strange sound in the ears

👉Swelling of veins in the ear

👉 Excessive pain in the ear

👉 heavy ears

                 -: Causes of ear diseases :-

👍Ear problems often occur due to injury.

👍Due to water infiltration

👍By living in a noisy area

👍If you use earphones

👍Because of virus

👍This happens due to the sensory nerves           of the ear being touched while cleaning          the ears.

👍By passing ear garbage

👍 due to strong wind entering the ear

             -:  Remedies for ear diseases  :-

 ✍️To protect the ears, the person should always keep in mind that water should not enter the ear and if Vijay accidentally enters the ear, then sleep with the ear turned upside down for some time so that the water comes out, if in such a situation. Even if the water does not come out, then if you feel like getting some movement in the ear from another person, then if the water does not come out of the ear again and again, then take cotton and rub it in the ear so that the cotton can absorb the water.

 ✍️ Ears should always be kept clean, there are many ear cleaning devices available in the market nowadays, the reason for this is that they should be cleaned regularly and while cleaning, be careful that there is no damage to the eardrum.

 ✍️ If something enters the ear, then you can adopt home remedies for it like olive oil or coconut oil can be used sometimes but avoid using water.

 ✍️ To keep the ears safe, reduce the use of air phones as much as possible. If you are using air phones for work or for work, then maintain the intensity of its sound as per the capacity of the ears.

 ✍️ To keep the ears healthy, stay away from noisy places or objects as much as possible, do not stay in noisy objects or places for a long time because due to high intensity of sound in the ears for a long time, the power of the ears reduces. Is.

 ✍️ Get your ear checked regularly by your doctor and take care of your ears as per his advice.


दांतों के रोग और उन्हे दूर करने के उपाय , Dental diseases and ways to cure them

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          दांतो के बारे में कुछ कुछ जानकारी 

जोकि व्यक्ति के लिए एक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि दांत किसी चीज को चबाने खाने , चीरने , फाड़ने आदि के काम आता है आता है जिससे इसकी कमजोरी के कारण व्यक्ति सही तरीके से कुछ काम नहीं कर , दांत जो की एक शरीर का महत्वपूर्ण अंग है जो सुंदरता को चार चांद लगाते हैं और इसका रखरखाव या देखभाल करना सबसे महत्वपूर्ण होता है क्योंकि दांत आजकल बहुत सारी बीमारियां के शिकार होते जा रहे हैं जिससे दांत एक अलग ही प्रकार से दिखने लगते। 

दांत हड्डियों से नहीं बनते हैं बल्कि यह एक सघन घनत्व वाले पदार्थ से मिलकर बना होता है जो की सबसे महत्वपूर्ण है यह उम्र के साथ कमजोर होते जाते हैं और दांतों की जड़े मुख्यतः मसूड़े के नीचे ढकी हुई होती है जब मसूड़े कमजोर पड़ते हैं तो डांट भी कमजोर पड़ने लगते हैं इसलिए उनकी देखभाल करना बहुत जरूरी होता है।

Which is important for a person because teeth are used for chewing, eating, ripping, tearing etc. due to which due to its weakness the person cannot do any work properly, teeth which is an important part of the body. It enhances beauty and its maintenance or care is most important because nowadays teeth are becoming victims of many diseases due to which teeth start appearing in a different way.

 Teeth are not made of bones but instead they are made up of a dense substance, which is most important. They become weak with age and the roots of the teeth are mainly covered under the gums. When the gums become weak, they become weak. They also start becoming weak, hence it is very important to take care of them.

✒️दांतों की संख्या – दातों की संख्या उम्र के साथ बढ़ती चली जाती है लेकिन एक उम्र के बाद मनुष्य में दांतों की संख्या 32 होती है जो की उम्र के साथ धीरे-धीरे बढ़ाते हैं और वही जानवरों में इनकी संख्या हर जानवर के लिए अलग-अलग होती। और सब से बाद में दांतों के रूप में अकल दांत सबसे बाद में आती है और जो की सबसे महत्वपूर्ण दांत हैं।

Number of teeth – The number of teeth increases with age, but after a certain age, the number of teeth in humans is 32, which gradually increases with age and in animals, their number is different for each animal. Would have happened. And last of all, in the form of teeth, the wisdom tooth comes last and is the most important tooth.

✒️दांतों के कार्य – दांतों के मुख्य कार्य भोजन को चबाना होता है और और चिरफाड करने के काम आता है जबकि पशु में यह भोजन चबाने के साथ-साथ शिकार करने के भी काम आता है जिसके कारण पशुओं के दांत मनुष्य के बजाय मजबूत होते हैं और उनकी मजबूती बनाई रखने के लिए इनका ध्यान रखना जरूरी होता है।

Functions of teeth – The main function of teeth is to chew food and is used for tearing, whereas in animals, along with chewing food, it is also used for hunting, due to which the teeth of animals are stronger than those of humans. To maintain their strength, it is important to take care of them.

✒️ दांतों के रोग – दांतों में कई प्रकार की समस्या उत्पन्न हो सकती है मुख्य रोग या समस्या नीचे बताई गई,

 Dental diseases – Many types of problems can arise in teeth. The main diseases or problems are mentioned below.

👉दांतों में सड़न

 👉दांतों का पीलापन

👉 दांतों पर काले धब्बें 

👉मसूड़ों में दर्द 

 👉ठंडा गरम करने पर दांतों में झनझनाहट  

👉दांत व्यवस्थित नहीं होना 

👉कीड़े लगा लगना

👉मसूड़े का कमजोर पड़ना

👉Tooth decay

👉Yellowness of teeth

👉 Black spots on teeth

👉Pain in gums

👉Tingling in teeth when heating cold

     Teeth not in order

👉Infested by insects

👉Weakening of gums

✒️ दांतों के रोग दूर करने के उपाय :-

1. रोज 2 बार दांत साफ करें – व्यक्ति को दांतो की देखभाल करने के लिए दिन में लगभग दो बार तो दातुन करना ही चाहिए। अगर दांतों में ज्यादा दिक्कत है तो सुबह उठते समय और एक बार खाना खाते बाद और तीसरा सोने से पहले दातुन करना जरूरी है जिससे कि दांतो की मजबूती बनी रहे। दो या तीन बार दातुन करने से कीटाणु जमने वाले होते हैं वह दूर हो जाता है और दांतों का पीलापन भी दूर होता है।

2. दातुन करने का सही तरीका – डांटन करने के लिए सबसे पहले जिसे भी आपको दांतों को साफ करना है उनको धीरे-धीरे दांतों पर पूरे चारों तरफ घुमाई जिससे की बात अच्छी तरह से साफ हो जाए यह दो-तीन मिनट तक करने के बाद अच्छी तरह से कुल्ला कर ले जिससे कि मुख्य साफ-सफाई पूरी हो जाए।

3. डॉक्टर से परामर्श – अगर किसी को किसी प्रकार के दर्दों की समस्या है तो सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें और उसके बताए हुए वस्तु का ही सेवन करें और उनके बताइए गए मंजन से ही दातुन करें।


4. ब्रश की अवधि – दांत को साफ करने में सबसे मुख्य कार्य ब्रश का ही होता है जो की लंबे समय तक उसे काम में लेने से खराब हो जाता है और कीटाणु भी लग जाता है जिससे लंबे समय तक उसे काम में लेने से दांतो मे दर्द की की समस्या ज्यादा हो जाती है इसी के लिए ब्रश को लगभग दो-तीन महीने तक ही उसे लेना चाहिए चाहिए। दो-तीन महीने के बाद ब्रश को जरूर चेंज करें।

5. जीभ की भी सफाई :- दांत को साफ करते समय हमेशा याद रखें कि जीभ की भी सफाई करना जरूरी होता है क्योंकि जीभ पर कीटाणु लगे रहते हैं जो कि वापस दांतों पर चले जाते हैं इसलिए दांतों के साथ जब की पिच पर जरूरी हैं।

6.  टूथपेस्ट का चयन :- हमेशा यह ध्यान रखें कि वह क्लोराइड से युक्त और उसमें नमक की मात्रा हो और अगर दांतों में बड़ी समस्या है तो डॉक्टर से परामर्श लेकर ही टूथपेस्ट का चयन करें।

7 . माउथ वॉश का प्रयोग :- आदमी को दांत साफ करने के बाद हमेशा दिन में यह दो या तीन बार मौत हो उसका प्रयोग करें जिससे कि बचे हुए कीटाणु भी खत्म हो जाते हैं और मुंह से बदबू भी काम आती है और कीटाणु का सफाया जल्दी हो जाता है हो जाता है।

8. डॉक्टर से संपर्क :- हर व्यक्ति को साल में कम से कम  डाक्टर से साल में दो बार मिलना चाहिए और सलाह लेनी करानी चाहिए जिससे कि बढ़ते रोग का पता लगाया जा सकता।

1. Clean the teeth everyday 2 times – To take care of the teeth, it should be done almost twice a day. If there is much problem in the teeth, then it is necessary to get rid of the day after eating the morning and once after the food and third sleep so that the strength of the teeth remains. Two or three times the gestures are going to be frustrated and it gets away and the yellowleness of the teeth is also removed. 

2. The right way to dig – First of all, which is to clean the teeth, slowly turning around the teeth around the teeth, so that it is clearly cleaned up to two or three minutes, rinse the main cleanliness. Go.

3. Consult the doctor – If anyone has a problem of some pain, then first contact the doctor and take the same thing to the statement and do it with the munic. 

4. The duration of the brush – The most main task in cleaning the tooth is that it gets spoiled by taking it for a long time and it also gets the germ, which has taken the problem of pain in the teeth due to taking it for a long time, for almost two- It should take it up to three months. Change the brush after two to three months. 

5. Cleaning of the tongue: Always remember while cleaning the teeth that it is necessary to clean the tongue because the germs on the tongue which go back to the teeth, therefore with the teeth, when it is necessary on the pitch. 


6. Selection of toothpaste: – Before changing the toothpaste, always keep in mind that it is a quantity of salt in chloride and if there is a big problem in teeth, then select toothpaste with a consultation of the doctor. 

7. Using Mouth Wash: – After cleaning the teeth, always use it two or three times in the day, so that the remaining germs are also ended and the smell of the mouth also gets the wiped up. 

8. Contact the doctor: – Every person should get at least twice a year in a year and should take advice so that the increasing disease can be traced.


आदमी सुंदर कैसे बने बने तरीके , Man becomes beautiful way

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 आज की चकाचौंध भरी दुनिया में सब लोग सुंदर दिखने के लिए पता नहीं क्या-क्या क्या-क्या करते हैं उन्हें यह भी ध्यान रखना चाहिए की बारिश सुंदरता के अलावा आंतरिक सुंदरता भी जरूरी है जिसके लिए व्यक्ति का व्यक्तित्व भी अच्छा होना चाहिए और बारिश सुंदरता के अलावा आंतरिक सुंदरता भी व्यक्ति को सुंदर बनती है आजकल लोग सुंदरता के लिए पता नहीं कैसी-कैसी टैबलेट ऑपरेशन दवाइयां या कई ऐसे प्रकार की गतिविधियां भी करते हैं जो कुछ समय के बाद शारीरिक समस्याएं उत्पन्न करती है तो इन सभी को से दूरी बनाए रखें क्योंकि सिर्फ भारी सुंदरता ही काफी नहीं होती हैं। लोक समृद्धि की ने के लिए बहुत सारी कार्यकर्ता हैं जो कि उसमें बात उन उनका बहुत बुरा प्रणाम सामना करना पड़ता है जिसे फिर वह लोगों के सामने जाने से डरते हैं और एक मन में विश्वास रेत है कि समाज के सामने हम कितने बुरे एक मानसिक सोच यह यू कहें कि मानसिक बीमारी होने लगती हे।

In today’s dazzling world, everyone does everything to look beautiful. They should also keep in mind that apart from beauty, inner beauty is also important, for which the person’s personality should also be good and rain is beauty. Apart from this, inner beauty also makes a person beautiful. Nowadays, for the sake of beauty, people do not know what kind of tablets, operations, medicines or do many such activities which cause physical problems after some time, so keep distance from all these. Because overwhelming beauty alone is not enough. There are many workers for the welfare of the people who talk about it and they have to face very bad greetings due to which they are afraid of going in front of the people and have a mental belief that how bad we are in front of the society. It can be said that mental illness starts occurring.

तो कुछ नीचे सुंदर दिखने के लिए उपाय और तरीके बताए गए जिन्हें ध्यान से पढ़ें और उनका अनुसरण करें – ( So below are some tips and methods to look beautiful, read them carefully and follow them )

1.  आजकल की सुंदरता के अनुसार व्यक्ति को अपनी त्वचा को नियमित रूप से साफ-साफ करना चाहिए जिससे कि वह गंदा और बदलने लगे जैसे की नियमित रूप से सनान करना और अगर किसी के शरीर पर ज्यादा बाल है तो उनको एक निश्चित समय के बाद छोटे करने चाहिए छोटे करने के लिए ब्लू का उसे ने करके मशीन का उसे करना चाहिए जिससे की त्वचा पर किसी प्रकार का रासायनिक अभिक्रिया या यू बोले कि कोई स्किन एलर्जी ना हो पूरा आदमी सुंदर दिखे। According to today’s beauty, a person should clean his skin regularly so that it does not get dirty and changed like taking bath regularly and if someone has more hair on his body then they should be cut short after a certain time. To make the blue hair smaller, it should be done by machine so that there is no chemical reaction or skin allergy on the skin and the whole person looks beautiful.

2.  आदमी को सुंदर दिखने के लिए एक नियमित और सूर्यवस्थित जीवन शैली अपना नहीं चाहिए जैसे की अपने खाना-पीना सोना उठाना आदि क्रियाएं एक सुव्यवस्थित तरीके से होनी चाहिए जिससे कि शरीर के कार्य करने की शैली में सुधार रहता है और आदमी को हर कार्य समय पर करना चाहिए जिससे उसके लोगों के सामने एक अच्छी इमेज बन सके। To look beautiful, a man should not adopt a regular and sunny lifestyle, such as eating, drinking, sleeping, lifting, etc., his activities should be done in a well-organized manner so that the working style of the body improves and the man should do every work on time. Should be done so that a good image can be created in front of its people.

3.  आदमी को सुंदर बनने के लिए अपने वाणी को सही तरीके से प्रयोग करना आना चाहिए अपने बोलने का अंदाज और लोगों के साथ बात करने का लेजा अच्छा होना चाहिए जिससे कि लोग आपसे बात करते समय आपकी बात को सुने ने की आपकी बातों को कटे या इग्नोर करें इसलिए व्यक्ति को अपने बोलने के लहजे को सुंदर बनाना चाहिए जिससे व्यक्ति की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं और लोग उसकी बातों को याद रखते हैं अगर लोग बातों को याद रखते हैं तो यह भी है कि वह उसे आदमी को भी याद रखेंगे और आपसे बात करने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे। To become handsome, a man should know how to use his speech properly. His style of speaking and manner of talking with people should be good so that people listen to you while talking to you and do not ignore or ignore what you say. Therefore, a person should make the tone of his speech beautiful, which adds to the beauty of the person and people remember his words. If people remember the words, then it also means that they will also remember the man and you. Will always be ready to talk.

 

4.  आदमी को सुंदर दिखने के लिए अपने बालों को नियमित रूप से कटवाए और सही तरीके से सजाई रखें कहीं जाने से पहले अपने बालों को देखभाल जरूर करें और इन्हें धूप से बचाए और प्रदूषण से भी बचाएं और अगर किसी के बाल जल्दी सफेद होगी होने लगे हैं तो उन्हें एक नियमित समय पर घरेलू उपाय या अपने डॉक्टर से सलाह लेकर किसी भी प्रकार से काला करें। To make a man look beautiful, get your hair cut regularly and keep it properly styled. Before going somewhere, take care of your hair and protect it from the sun and also protect it from pollution. And if someone’s hair has started turning gray quickly. So darken them by any means on a regular schedule using home remedies or by consulting your doctor.

5.  आजकल ड्रेसिंग सेंस व्यक्ति को सुंदरता में चार चांद लगा देती है , जैसा कि आज की दुनिया में याद के दौर में व्यक्ति को सुंदर दिखने के लिए अपने ड्रेसिंग सेंस पर ध्यान देना बहुत जरुरी होता है कभी-कभी हम देखते हैं कि लोग शरीर में तो अच्छे होते हैं लेकिन अच्छे कपड़े नहीं पहने की वजह से वह एक अजीब सा य लोगों को नुकसान आने वाले जैसे दिखते हैं। जैसी जगह पर आपको जाना है उसी के हिसाब से अपनी ड्रेस का चयन करें हर जगह एक ही ड्रेस का प्रयोग नहीं करना चाहिए अगर किसी शादी में जाना है तो अच्छी बेल ड्रेस होनी चाहिए और सोने जाना है तो एक कंफर्ट या आरामदायक ड्रेस होनी चाहिए जो की शरीर के लिए सही हो। Nowadays, dressing sense adds to the beauty of a person, as in today’s world, it is very important for a person to pay attention to his dressing sense to look beautiful. Sometimes we see that people are They are good but because they are not well dressed, they look strange and like they are going to harm people. Choose your dress according to the place where you have to go. You should not use the same dress everywhere. If you have to go to a wedding, then there should be a good bell dress and if you have to go to sleep, then there should be a comfortable dress which That it is good for the body.

6.  आदमी की सुंदरता उसका चेहरा उसकी सुंदरता का बखान करता है और सुंदर दिखने के लिए व्यक्ति को हमेशा खुश रहना चाहिए और सभी से मिलते समय अपने चेहरे पर एक चमक और खुशी को बनाए रखें जिससे कि अगले वाला आपसे खुशी होकर बात करें और आपको पसंद। The beauty of a man is that his face speaks of his beauty and to look beautiful a person should always be happy and while meeting everyone, maintain a glow and happiness on your face so that the next person talks to you happily and likes you.

7.  मेकअप जरूरी तो नहीं होता है लेकिन अगर उसकी जरुरत लगे तो एक अच्छा और सुंदर मेकअप करें ज्यादा करने से आदमी की सुंदरता ज्यादा घटती है इसलिए मेकअप का स्तर अच्छा बनाए रखें और मेकअप के लिए त्वचा को हानि पहुंचाने वाले प्रोडक्ट या सामग्री का उसे नहीं करना चाहिए क्योंकि यह कभी-कभी सुंदरता को कम कर देते हैं या उनके बहुत घातक साइड इफेक्ट होते हैं। Make-up is not necessary but if it is required then do a good and beautiful make-up. Doing too much of it reduces the beauty of a person, hence maintain a good level of make-up and do not use products or ingredients that harm the skin for make-up. Because they sometimes reduce the beauty or have very dangerous side effects.

8.  व्यक्ति की मानसिक स्थिति भी अच्छी होनी चाहिए अगर वह दिखने में अच्छा नहीं है तो व्यक्ति मानसिक स्थिति से कमजोर प्रदर्शित करता है इसके लिए व्यक्ति को अपने आप पर आत्मविश्वास होना चाहिए की हर जगह सुंदरता मैटर नहीं करती है और व्यक्ति को बात करते समय आत्मविश्वास भरी बातें करनी चाहिए। The mental condition of the person should also be good. If he is not good in appearance then the person shows weak mental condition. For this, the person should have confidence in himself that beauty does not matter everywhere and the person should be confident while talking. Must talk.

9.  व्यक्ति को सुंदर दिखने के लिए नियमित रूप से खाना पीना और सुबह जल्दी उठकर एक्सरसाइज करना है मां को शांत करने के लिए या मानसिक स्थिति के लिए योग अभ्यास मेडिटेशन करना चाहिए जिससे कि आदमी मन से भी सुंदर हो सके बन सके। To look beautiful, a person has to eat and drink regularly and do exercise after waking up early in the morning. To calm the mother or for mental condition, one should practice yoga and meditation so that a person can become beautiful from the mind as well.


आंखों के मुख्य रोग व उनके निवारण और आंखों को स्वस्थ कैसे रखें रखें , Main eye diseases and their prevention and how to keep eyes healthy

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 आंखें जोक शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है और एक संवेदनशील अंग है जिसकी देखभाल करना बहुत जरूरी होता है लेकिन आजकल बढ़ती उम्र और भाग दौड़ बड़ी जिंदगी में तथा मल्टीमीडिया या मोबाइल के अधिक उसे से उनकी क्षमता में कमी आती है और यह कमजोर होती है जिससे कि व्यक्ति को अपनी उम्र के अनुसार पहले ही आंखों की कमजोरी पेशाब न करना पड़ता है लेकिन नियमित रूप से आंखों की देखभाल करने से आंखों को स्वस्थ बनाए जा सकता है। Eyes are an important part of the body and a sensitive organ which is very important to take care of but nowadays with increasing age and busy life and excessive use of multimedia or mobile, their efficiency decreases and it becomes weak due to which According to one’s age, a person may already have weak eyesight, but by taking regular eye care, the eyes can be kept healthy.

आंखों में बहुत तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है जो कि नीचे दी गई दी गई ( Many types of problems can be faced in the eyes which are given below )-

👉आंखों में जलन आंखों का लाल होना

 👉आंखों का ज्यादा सफेद होना 

👉दूर की वस्तु कम दिखाई देना  

👉नजदीकी वस्तु भी कम दिखाई देना 

👉आंखों से पानी देना मोर के बंद होना 

👉अंधेरे में कम दिखाई देना 

👉धूप के सामने नहीं कर पाना 

👉आंखों में दर्द होना 

👉आंखों के नीचे काले घेरे होना 

👉आंखों की वजह से सर दर्द होना 

👉आंखों का पीला होना 

👉फलको का कम जपकना 

👉आंखों का पूरा नहीं खुलना

        -:  Eye irritation redness of eyes :-

 👉Excessive whiteness of eyes

👉Distant objects become less visible

 👉 Even nearby objects become less visible

👉Watering the eyes, closing the peacock

👉Low visibility in darkness

👉Inability to face sunlight

👉Pain in eyes

👉Having dark circles under the eyes

      Headache due to eyes

👉 Yellowing of eyes

👉less chanting of fruits

     Eyes not opening completely

                            -: आंखों को स्वस्थ रखने के उपाय :-

1. सही आहार :- आजकल मुझे तो सभी बीमारियों की मोजड़ी होती है कि उचित प्रकार का का भोजन ग्रहण करता जिसकी वजह से शरीर मै कई प्रकार की समस्या  उत्पन्न होती है, इसलिए व्यक्ति को हमेशा एक अच्छी और निमित्त खानपान रखना चाहिए जिसे की शरीर को सभी चीजें आसानी से प्राप्त हो सके और आंखों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन ए विटामिन सी और विटामिन ई का सेवन एक सही मात्रा में करना चाहिए जिसे कोई आंखों को सोच बनाए रखा जा सके सके।

2. नियमित रूप से साफ सफाई – व्यक्ति को आंखों को सोच रखने के लिए नियमित रूप से आंखों के साथ सफाई करना जरूरी होता है जैसे की बाहर से आने के बाद आंखों को पानी से अच्छी तरह से दो के और फिर सूती रुमाल से आंखों को आराम से पहुंचे और आंखों को रात को सोते समय एक बार धोखे सूती टॉवल से पहुंच के सोना चाहिए जिसे कि आंखों को स्वस्थ का जस्ट सके।

3 . धूप से बचाना – आंखों को दूर से बचना बहुत जरूरी होता है क्योंकि जब हम घर से या किसी भी जगह से धूप में निकलते हैं तो एकदम से आंखों की पुतलियां सिकुड़ जाती है या आंखों के सामने अंधेरा सच्चा जाता है जिसे आंखों की क्षमता धीरे-धीरे घटने लगती है और आंखें कमजोर होने लगती है जो की एक बड़ी समस्या बनती जाती है इसके लिए धूप में निकलते समय सन गला सेज का उपयोग करना चाहिए जो की आंखों को धूप से बचाता है।

4. आंखों के देखभाल – सबसे जरूरी यह होता है की आंखों की देखभाल समय-समय पर होनी चाहिए जैसे कि आपको लगे की आंखों पर कुछ दर्द या सफेद होना या लाल होना आदि समस्या उत्पन्न हो रही तो उच्च समय पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें और उनके बताइए अनुसार दवाइयां का सेवन करें और नियमित रूप से अपने आंखों की जांच करते रहे और डॉक्टर के सलाह लेकर आंखों में बनाए।

5. आंखों के सुरक्षा – आंखों की सुरक्षा आजकल बहुत जरूरी होता है क्योंकि जब लोग आंखों के अच्छे तरह से देखभाल नहीं करते तो कमजोर हो जाती है इसके लिए जरूरी होता है कि रात को सोने से कम से काम पहले 1 घंटे पहले तक मोबाइल का उसे ना करें और लंबे समय तक मोबाइल की स्क्रीन के सामने आंखों को न रखें क्योंकि मोबाइल से निकलने वाली तरंगें आंखों को नुकसान पहुंचती है और अंधेरे में बिल्कुल भी मोबाइल का उसे ना करें मोबाइल का उसे करते समय अपने आसपास की बिजली को या लाइट को चालू रखें जिससे की आंखों पर ज्यादा प्रभाव न पड़े।


6 . आंखों को स्वस्थ रखने के घरेलू नुस्खे – आंखों को स्वस्थ रखने के लिए आजकल लोग अनेक प्रकार के घरेलू नुस्खेओं का प्रयोग करते हैं जो की आंखों के लिए एक लाभदायक होते हैं जैसे की आंखों को ठंडा रखने के लिए आंखों पर खीरा ककड़ी का उसे किया जाता है और आंखों के नीचे काला घेरे को कम करने के लिए घर पर उपलब्ध दही हल्दी वे मुल्तानी मिट्टी के प काले बनाकर आंखों पर लगे जिसे आंखों को राम मिल सके ।

7 . जल्दी सोना – आंखों को सोच रखने के लिए आदमी को एक उचित समय की नींद जरूरी होती है क्योंकि अच्छी नींद नहीं लेने से आदमी की आंखों में जलन विपानी पादना और कई प्रकार की समस्या ही उत्पन्न होती है इसलिए आदमी को कम से कम सात आठ घंटे सोना चाहिए जिससे की आंखों को आराम प्राप्त हो सके और जितना हो सके उतना मोबाइल या टीवी का उसे कम करें जिससे आंखों को आराम पहुंच।

 

1. Right diet:- Nowadays, the problem of all the diseases is that one should not consume proper type of food due to which many types of problems arise in the body, hence a person should always maintain a good and healthy diet so that the body does not suffer from it. To get all the things easily and to keep the eyes healthy, Vitamin A, Vitamin C and Vitamin E should be consumed in the right quantity so that one can maintain the vision.

 2. Regular cleaning – To keep the eyes healthy, it is necessary for a person to clean the eyes regularly, like after coming from outside, wash the eyes thoroughly with water and then clean the eyes with a cotton handkerchief. Reach comfortably and cover your eyes with a cotton towel once before sleeping at night so that your eyes remain healthy.

 3. Protecting the eyes from sunlight – It is very important to protect the eyes from a distance because when we go out of the house or from any place in the sunlight, the pupils of the eyes suddenly shrink or darkness appears in front of the eyes, which gradually reduces the ability of the eyes. Gradually it starts decreasing and the eyes start becoming weak which becomes a big problem. For this, while going out in the sun, Sun Gala Sage should be used which protects the eyes from the sun.

 4. Eye care – The most important thing is that eye care should be done from time to time, like if you feel any pain or problem like whitening or redness etc. then contact your doctor at the right time. And take medicines as per their advice and keep checking your eyes regularly and take eye drops after consulting the doctor.

5. Eye protection – Eye protection is very important nowadays because when people do not take proper care of their eyes, they become weak. For this, it is necessary to switch off the mobile phone at least 1 hour before sleeping at night. Do not do it and do not keep your eyes in front of the mobile screen for a long time because the waves emanating from the mobile cause harm to the eyes and do not use the mobile at all in the dark. While using the mobile, do not turn on the electricity or light around you. Keep it on so that it does not affect the eyes too much.

 6. Home remedies to keep the eyes healthy – To keep the eyes healthy, nowadays people use many types of home remedies which are beneficial for the eyes, such as applying cucumber on the eyes to keep the eyes cool. And to reduce the dark circles under the eyes, make a paste of curd, turmeric and multani mitti available at home and apply it on the eyes so that the eyes can get Ram.

 7. Sleeping early – To keep the eyes thinking, it is necessary for a man to sleep at a proper time because not getting good sleep causes irritation in the eyes of a man, watery farts and many other types of problems, hence a man should sleep for at least seven to eight hours. One should sleep so that the eyes can get rest and reduce the use of mobile or TV as much as possible so that the eyes get rest.


बालो को केसे बनाए सुन्दर और चमकीले और सीधे How to make hair beautiful, shiny and straight

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बाल जो आज के युग के अनुसार सुंदरता के लिए मानो ज़रूरी सा एक भाग हो गया है , लेकिन बाल इतने नाजुक होते हे की उनकी देखभाल करना बहुत जायदा जरूरी है वरना आदमी के बल उड़ने , झड़ने की समस्या भी हो सकती है। बाल मानो आज कल सुंदरता के चार चांद लगा देते हैं। बाल हर व्यक्ति के अलग अलग प्रकार के होते हे जो उसके शरीर की  जानकारी या क्षमता अनुशार या उनकी बालो के प्रति देख बाल पर निर्भर करती है और आज के समय में हर व्यक्ति सुंदर दिखना चाहता हूं और वह सुंदर बनने के लिए कुछ भी कर सकता है जिसके लिए सबसे पहले वह अपने बालों पर ध्यान देता है जो की आज के खान-पांच के हिसाब से बालों पर ध्यान देना जरूरी है बालों के बारे में जानकारी नीचे दी गई है देख। According to today’s era, hair has become an essential part of beauty, but hair is so delicate that it is very important to take care of it, otherwise a person may face the problem of hair fall. Hair seems to add to the beauty these days. Every person has different types of hair which depends on his/her body knowledge or ability, habits or his/her attitude towards hair and in today’s time every person wants to look beautiful and he can do anything to become beautiful. For which first of all he pays attention to his hair, which according to today’s food and drink, it is important to pay attention to hair. Information about hair is given below.

                      -:  बालों के प्रकार  :-

                    
  बाल कई प्रकार के होते हैं जो हर एक व्यक्ति के लिए अलग-अलग तरीके के होते हैं और जो जितनी बालों की केयर करता है उसके बाद उतने ही अलग और अच्छे होते हैं इसलिए हर एक उम्र और हर एक व्यक्ति के अलग-अलग तरीके के बाल होते हैं जिस्म की उम्र बढ़ाने के साथ-साथ बालों को ध्यान रखना भी जरूरी होता है जैसे की बालों के प्रकार है –
 
👉कुछ लोगों के बाल सीधे होते हैं,
 👉कुछ के बाल टेढ़े मेड रहते हैं,
 👉कुछ लोगों के बाल जल्दी ड्राई हो जाते हैं, 
 👉कुछ लोगों के बाल पतले होते हैं, 
 👉 कुछ लोगों के बाल मोटे होते हैं,
 👉कुछ लोगों के बाल घने होते हैं,
 👉तो कुछ लोगों के बाल थोड़ी दूर-दूर पर या यूं बोल तो            उनके बीच दूरी ज्यादा होती है जिसमें से कर दिखाता है, 
 👉 कुछ लोगों के बाल भूरे होते हैं,
 👉 कुछ के काले,
 👉 आजकल की सबसे बड़ी प्रॉब्लम लोगों के बाल जल्दी          सफेद हो जाते हैं यह भी एक अलग प्रकार के होते हैं,
👉 कुछ लोगों के बाल सिल्की होते हैं,
👉 कुछ लोगों के बाल चमकीले होते हैं होते हैं।
There are many types of hair which are different for every person and the more one takes care of the hair, the better it becomes, hence there are different types of hair for every age and every person. Along with increasing the lifespan of the body, it is also important to take care of the hair, such as the types of hair are –
👉Some people have straight hair,
👉Some people’s hair remains crooked,
👉Some people’s hair becomes dry quickly,
👉Some people have thin hair,
👉 Some people have thick hair,
👉Some people have thick hair,
👉So some people’s hair are spaced a little            apart or in other words, the distance              between them is more due to which it            shows,
👉 Some people have gray hair,
👉 Some are black,
👉 Nowadays the biggest problem is that             people’s hair turns gray quickly, this is           also of a different type,
👉 Some people have silky hair,
👉 Some people have shiny hair.

  ✒️✒️✒️   बालों को स्वस्थ रखने के उपाय  ✒️✒️✒️

1. उचित भोजन – बालू को स्वस्थ रखने के लिए हमेशा व्यक्ति को उचित प्रकार की भजन ग्रहण करना चाहिए जिससे कि उसके शरीर को उचित प्रकार के विटामिन खनिज और अन्य प्रकार के सभी महत्वपूर्ण जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं जिससे बालों को सही पोषण प्राप्त होता है इसके लिए व्यक्ति को उचित प्रकार का भोजन प्राप्त करना चाहिए जिससे बाल स्वस्थ हुए सुंदर दिखे।
2. साफ सफाई – व्यक्ति को बालों को स्वस्थ रखने के लिए बालों को हमेशा नियमित रूप से साफ करना चाहिए और व्यक्ति को हर रोज स्नान करना चाहिए जिससे कि बालों की सफाई हो सके इसी के साथ बालों को मजबूत बनाए रखने के लिए उचित प्रकार के शैंपू और साबुन का प्रयोग करें ताकि बाल सुंदर और मजबूत बने।
3. बालों को धूप से और प्रदूषण से बचाए – व्यक्ति को बहनों को सोच रखने के लिए बहनों की देखभाल करना एक सबसे बड़ा काम है जिसमे की व्यक्ति को अपने बालों को स्वस्थ रखने के लिए प्रदूषण से और डूब से बचाना चाहिए जिससे कि बाल मजबूत मज़बूत और सुंदर बने इसीलिए बालों को हमेशा देखभाल करें।
4 .  धोने का सही तरीका – आज की सबसे बड़ी प्रॉब्लम व्यक्ति को बालों को धोने का सही तरीका मालूम नहीं है जिससे कि वह बालों को नुकसान पहुंचाते हैं धोने के लिए एक उचित प्रकार से धोना चाहिए जैसे की पहले बालों को हल्का सा जिला करें फिर शैंपू को बालों में अच्छी तरीके से लगाकर थोड़ा बालों को सेला के फिर पानी डालकर अच्छी तरीके से शैंपू को बालों से उतरना चाहिए और फिर अपने टॉवल से बालों को साफ नहीं करना चाहिए उन्हें या तो हेयर ड्रायर या खुले तरीके से पंखा चला के शो करना चाहिए अपने टॉवल से रब नहीं करना चाहिए क्योंकि बालों के गिरने की समस्या बढ़ जाती है इसलिए व्यक्ति को बाल सही तरीके से धोना चाहिए।
5. शैंपू का चयन – आज की व्यक्तियों की सबसे बड़ी प्रॉब्लम यही होती है कि वह उचित प्रकार के शैंपू का चयन नहीं कर पाते हैं जिससे कि उनके बालों की समस्या दिन में दिन बढ़ती चली जाती है और बिना किसी डॉक्टर या जानकारी के वह ऐसे ही शैंपू का चयन करते हैं जो की बालों के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं जिनमें उसे बालू में कमजोरी आ जाती है और वह पतले या सफेद या गिरने लग जाते हैं इसीलिए व्यक्ति को शैंपू का चयन करने के लिए डॉक्टर से साल हा लेना जरूरी होता है एक उचित सेम टू के प्रयोग से बालू को अच्छा बना जा सकते हैं इसीलिए ऐसे ही शैंपू का प्रयोग नहीं करना चाहिए शैंपू के प्रयोग करने से पहले शैंपू में मिलेगी सभी तत्वों की जानकारी मोसम तो की कंडीशन को जरुर चेकर।
6 . निमित्त साफ सफाई – बालों की नियमित साफ-सफाई का मतलब एक ही बालों को समय पर कटवाए जिससे कि बालों की क्षमता बनी रहे और और अच्छे तरीके से कटवाए जिससे कि बालों के वापस आने की प्रक्रिया में सही हो।
7. नियमित रूप से मालिश – व्यक्ति को बालों को अच्छा सुंदर बनाने के लिए नियमित रूप से नियमित रूप से बालों की मालिश करनी चाहिए जिससे कि बालों को सही पोषण मिल सके और जिसे वह मजबूत और स्वस्थ हो सके तथा माली से सेट बालों को जड़ों में पोषक तत्वों का पोषण पूरे रूप से मिलता है जिसके कारण बालों की धनिष्ठा या मजबूती बढ़ती।
8 – डॉक्टर से सलाह – अगर किसी व्यक्ति को बालों संबंधी समस्या हो जाती है तो उसे अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए और उनकी सन के अनुसार ही उचित प्रकार के शैंपू या बालों को धोने के तरीके का चयन करें तथा बालों के लिए अच्छे पोषक तत्वों के लिए डॉक्टर से बात करें और डॉक्टर के के अनुसार ही कार्य करें।

  ✒️✒️✒️ Ways to keep hair healthy ✒️✒️✒️
 1. Proper diet – To keep the hair healthy, a person should always take proper type of food so that his body gets proper type of vitamins, minerals and all other important things which provide energy to the body so that the hair gets proper nutrition. For this, a person should get proper type of food so that the hair becomes healthy and looks beautiful.
 2. Cleanliness – To keep the hair healthy, a person should always clean the hair regularly and the person should take bath every day so that the hair can be cleaned. Use shampoo and soap so that hair becomes beautiful and strong.

 3. Protect hair from sun and pollution – Taking care of one’s sisters is one of the biggest tasks to keep one’s hair healthy. To keep one’s hair healthy, one should protect it from sun and pollution so that hair becomes strong. Always take care of your hair to make it strong and beautiful.
4. Correct way of washing – Today’s biggest problem is that a person does not know the correct way of washing hair due to which it damages the hair. To wash, one should wash the hair in a proper way like first straighten the hair lightly and then apply shampoo. After applying it properly on the hair, comb the hair a little and then add water and the shampoo should be removed from the hair properly and then one should not clean the hair with a towel. They should use either a hair dryer or an open fan to show their hair. One should not rub with towel because the problem of hair fall increases, hence one should wash the hair properly.

 5. Selection of shampoo – The biggest problem of people today is that they are not able to choose the right type of shampoo, due to which their hair problems increase day by day and without any doctor or information, they become like this. Most people choose shampoos which are very harmful for the hair due to which it becomes weak and becomes thin or white or starts falling, that is why it is necessary for a person to consult a doctor before selecting the shampoo. By using a proper shampoo, the sand can be made good, that is why one should not use such shampoo. Before using the shampoo, you will get information about all the elements in the shampoo, definitely check the condition of the weather.
5. Selection of shampoo – The biggest problem of people today is that they are not able to choose the right type of shampoo, due to which their hair problems increase day by day and without any doctor or information, they become like this. Most people choose shampoos which are very harmful for the hair due to which it becomes weak and becomes thin or white or starts falling, that is why it is necessary for a person to consult a doctor before selecting the shampoo. By using a proper shampoo, the sand can be made good, that is why one should not use such shampoo. Before using the shampoo, you will get information about all the elements in the shampoo, definitely check the condition of the weather.

 6. Cleanliness for the sake of cleanliness – Regular cleanliness of hair means getting only one hair cut on time so that the strength of the hair is maintained and getting it cut in a better way so that the process of hair growth is correct.
 7. Regular massage – To make the hair beautiful, a person should massage the hair regularly so that the hair can get proper nutrition and can become strong and healthy and the hair can be set from the roots. It provides complete nutrition of nutrients due to which the thickness or strength of hair increases.

 8 – Consult a doctor – If a person has hair related problems, he should consult his doctor and choose the right type of shampoo or hair washing method according to his needs and take good nutrients for the hair. For this, talk to the doctor and act as per the doctor’s advice.

त्वचा संबधित बीमारियां प्रकार और उनके घरेलू उपाय , Types of skin related diseases and their home remedies

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त्वचा संबंधित बीमारियां इतनी घातक होती है की आदमी के लिए तब से संबंधित बीमारियों के साथ जीवन यापन करना बहुत मुश्किल होता है। त्वचा संबंधी बीमारियां बहुत प्रकार की होती है जो मुख्य रूप से दाद, खुजली , चमड़ी पर जलन , चमड़ी में गड्ढे, चमड़ी बैठ जाना ,चमड़ी का जलना ,त्वचा का काली पड़ना , ज्यादा सफेद होना , त्वचा पर छोटे-छोटे दाने निकलना , त्वचा का जायदा सफ़ेद होना , त्वचा पर हद से अधिक चकते होना , त्वचा का अपने आप उतरना , त्वचा में झुरिया पड़ना। Skin related diseases are so fatal that it is very difficult for a person to live with the related diseases. There are many types of skin related diseases which are mainly ringworm, itching, burning sensation on the skin, pits in the skin, sagging skin, burning of the skin, darkening of the skin, excessive whitening, appearance of small pimples on the skin, Excessive whitening of the skin, excessive rashes on the skin, spontaneous peeling of the skin, wrinkles in the skin.

                  त्वचा संबधित बीमारी के कारण                          -: ( Causes of skin related diseases ) :-


1. खाने से –

                कई बार स्किन से संबंधित रोगों के लिए खान – पान है , जो की आज के हिसाब से बहुत जायदा गलत हैं क्योंकि आज कल तेलीय वस्तुओ से यह स्किन से संबंधित रोग बढ़ रहे है , जो की आज कल की सबसे बड़ी समस्या / रोग बनता जा रहा हैं।

जायदा तेल के सेवन से शरीर का पाचन तंत्र बिगड़ जाता है , जिससे उसकी की खाने को हजम करने की क्षमता कम हो जाती है , जायदा तेल से शरीर में गर्मी उत्पन होती है।

आज कल घर से बाहर का तेल से बना खाना खाना बहुत ही जायदा हानिकारक होता है क्योंकि हमें ये पता नही होता की तेल कब का ही5 या तेल की कौनसी कंपनी है  क्योंकि आज कल तेल को बहुत सारे रासायनिक तत्वों से मिला कर बनाते है जो की शरीर के लिए बहुत घातक होते , जिसकी वजह से आदमी को बाहर का खाना खाने से बचना चाहिए।

2. स्पर्श से – 

                त्वचा संबंधित समस्या के लिए दूसरा सबसे बड़ा कारण आज के समय में दूसरों के स्पर्श से भी स्किन बीमारी होने की संभावना जायदा होती हैं।

अगर किसी को त्वचा संबधित बीमारी हो रखी हैं और उसी के आस पास रहे व्यक्ति रहे हे जो बीमारी से घर्षित व्यक्ति है । ओर बीमारिब्स घर्षित या रोगी द्वारा काम मे ली जा रही सभी चीजों का इस्तेमाल भी दूसरे द्वारा किया जाता हैं , जिससे दूसरे व्यक्ति को भी स्किन संबधित रोग होने की संभावना बड़ जाती है, जैसे की रोगी द्वारा प्रयोग लिए गए स्नान करने के टोवल को काम में लेने से , रोगी के बिस्तर को प्रयोग लेने से , स्किन संबधित बीमारी से घर्षित रोगी के कपड़े पहने से  , रोगी के साथ खाना खाने से , गले मिलने से , एक दूसरे से हाथ मिलाने से ,आदि से स्किन रोग फलने की समस्या बढ़ सकती हैं।

3 . धूप से भी – 

             आज कल स्किन संबधित समस्या के सबसे बड़ा कारण एक धूप है ,जो की आज कल सबसे बड़ी प्रशानी का कारण हे क्योंकि आज कल के व्यक्ति को धूप या तावड़ा को सहन करने की शक्ति कम हो गई हैं। हर आदमी की अपनी अलग अलग त्वचा होती हे जिसकी अपनी खासियत होती हैं,कुछ की स्किन धूप को सहने कर लेटिन तो वही कुछ की तो हल्की धूप भी सहन नही कर सकती । धूप में पेराबंघनी किरणों होती हैं जिससे त्वचा सीधा संपर्क सहन नही कर सकती ।

4. कीटाणु या संकर्मन से –   

                   कई बार तो स्किन सबधित बीमारियों का मुख्य  कारण कीटाणु भी होता है जो की व्यक्ति को कही से भी स्पर्श कर लेने से फेल जाता हैं। कीटाणु मुकेश गंदी चीजे पर सड़ी हुई चीजों पर होता है जो कि किसी के स्पर्श करने से उसे पर चला जाता है और फिर उसकी चमड़ी पर रिएक्शन कर देता है जिससे कि त्वचा संबंधी बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है , धूल के संपर्क में आने से भी चंमडी संबंधित बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है कीटाणु भी कई प्रकार के होते हैं जिससे अलग-अलग प्रकार की त्वचा संबंधित बीमारी होने की संभावना रहती है।

                   👉👉 त्वचा संबंधित रोग के लक्षण :-

          त्वचा संबंधी बीमारी होने पर व्यक्ति की त्वचा पर अनेक प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं जैसे कि यह पता चल सकता है कि उसे स्किन संबंधित कोई समस्या हुई है और उसका उसके अनुसार इलाज किया जा सकता है नीचे कई प्रकार की स्क्रीन बीमारियां या लक्षण बताए गए हैं – 

 1.   दाद 

 2. खुजली

 3.  जलन

 4. चमड़ी काली पड़ना

 5. चमड़ी का जायदा सफ़ेद होना

 6. त्वचा पर गड़े पड़ना

 7. त्वचा रूखी सूखी दिखना

 8. त्वचा पर दाने निकलना

 9. त्वचा पर चकते होना

10. चेहरे पर पिंपल होना

11. डार्क सर्कल होना 

12. फुंसी फोड़े होना

13. शरीर में सूजन आना

14. त्वचा का लाल होना

15. बालों का झड़ना भी

16 . त्वचा पर चुबन महसूस होना

                              👉👉👉  बचाव के उपाय :-

 

1 .  डॉक्टर से संपर्क – 

                              स्क्रीन संबंधित रोग होने पर सबसे पहले काम अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए जिससे कि हम उनसे साला और दवाई ले सके और जिससे कि वह रोग बड़े उससे पहले उसको कुछ काम या समाप्त किया जा सकता है इसके लिए सबसे पहले डॉक्टर से मिलना जरूरी होता है। डॉक्टर भी आपको आपके त्वचा की बीमारी से संबंधित है टैबलेट या दवाई देता है जिस की आपको जल्दी से होने की संभावना बढ़ जाती है और बिना डॉक्टर की जान पहचान लेने से टैबलेट के द्वारा शरीर पर गलत असर भी पड़ सकता है इसलिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

2 . बचाव के उपाय –

                           त्वचा संबंधित बीमारी कई प्रकार से हो सकती है जिसमें खाने से , एक दूसरे की संपर्क में आने से , कीटाणु से , और ज्यादा देर धूप में रहने से भी त्वचा संबंधित बीमारी होने की संभावना बढ़ती है इसके लिए बचाव के उपाय के लिए जितना हो सके धूप में घर से कम बाहर निकले और निकले तब भी अपनी स्किन जिस पर बीमारी हो रखी है उसकी कवर जरूर करे , उसे जगह की सुरक्षित किया जा सकता है। या जब भी धूप में बाहर निकले तो suncriem का प्रयोग करें। जिन जिन कर्म से आपको त्वचा संबंधी बीमारी होने की संभावना रहती है उनसे दूरी बनाए रखें क्योंकि उनके संपर्क में आने से आपको स्क्रीन संबंधी बीमारी वापस हो सकती है।

3. बीमारी होने के बाद –

                              अगर आपको स्क्रीन संबंधी बीमारी हो रखी है तो बहुत सी बातों का परहेज करना जरूरी होता है जिससे कि त्वचा संबंधी बीमारी और ज्यादा ना बड़े इसके लिए आपको खाना पीना घूमने और अन्य सभी बातों का ध्यान रखना पड़ता है जिससे कि बीमारी काम किया जा सकता है जैसे की त्वचा को डॉक्टर के बताइए अनुसार दिन में चार-पांच बार पानी से दोहे, बाहर निकलते समय धूप का विशेष रूप से ख्याल रखें, और त्वचा को अच्छा बनाए रखने के लिए फल फ्रूट इत्यादि खाएं जो की ताजा ताजा हो और पानी का से वन हो सके जितना अधिक से अधिक करें। और तेल से बनी चीज यह बार के बने फास्ट फूड को खाने से बचे । हो सके जितना लोगों से दूर रहे हैं जिस की बीमारी आगे ना पड़े या किसी दूसरे में ना फैले । और अगर कुछ ज्यादा ही तो जसवंत बीमारी हो रखी है तो एक बार डॉक्टर से संपर्क करें और उनके बताइए अनुसार त्वचा का ध्यान रखें जिससे कि आपको अच्छे परिणाम मिल सके। यह त्वचा को चमकदार वसुंधरा बनाने के लिए घर पर अलग-अलग तरीके से नुस्खे अपना कर स्किन को सुंदर बनाया जा सकता है जो की घर पर आसानी से तैयार हो सके।    

            4. साधारण बचाव के उपाय –

A – नियमित रूप से कसरत करे – व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए नियमित रूप से शारीरिक कसरत करनी चाहिए जिससे कि शरीर के संतुलन बनाए रहता है और शरीर में चुस्ती बनी रहती है।

B – उचित आहार लेना – आजकल अधिक शारीरिक बीमारियां खाने-पीने की वजह से हो रही है क्योंकि लोग खाने-पीने में बाहर की चीजों का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं जिस की अनेक प्रकार की समस्या उत्पन्न होती है इसलिए एक उचित प्रकार का आहार लेना चाहिए जिससे कि शरीर को अपनी आवश्यकता अनुसार उचित प्रकार के विटामिन खनिज या और जो भी चीज वह बराबर मात्रा में मिल सके। हमेशा उचित समय पहले क्योंकि आहार उचित समय पर लेने से शरीर को उसकी मांग की पूर्ति समय अनुसार हो जाती है जिसे की उसका कार्य तंत्र सही चलता रहता है और कोई बीमारियां ऐसे ही खत्म हो जाती है।

उच्चतर का मतलब है कि घर में बनी शुद्ध चीजों का प्रयोग करें या ताजी फलों का प्रयोग करें और सबसे बड़ी बात नशे पत्ते, गुटका तंबाकू इत्यादि से दूरी बनाए, तेली प्रदर्शन से हो सके जितनी दूरी बनाए।

C – जल्दी उठना  -जल्दी उठना भी आजकल शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण कार्य है क्योंकि ज्यादा देश होने से शरीर में संतुलन बिगड़ जाता है जिससे कि अलग-अलग प्रकार की स्कीम संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो जाती है इसलिए जल्दी उठना भी स्किन संबंधी समस्या का निवारण होता है। हो सके जितना घूम फिर पैदल चले और सुबह-सुबह बहुत पानी का सेवन करें जिससे कि नित्य क्रिया के दौरान कीटाणु अधिक हत्या किया जा सकता है ।

D – खुश रहना – आजकल त्वचा संबंधी बीमारियों का मुख्य कारण व्यक्ति का खान-पान बिगड़ना तो है ही साथ में व्यक्ति के द्वारा चिंता करने पर भी त्वचा पर बुरा असर पड़ता है इसलिए व्यक्ति को ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए हमेशा चेहरे पर खुशी रहनी चाहिए जिससे कि चेहरे पर चमक आ सके ज्यादा स्ट्रेस लेने से चेहरे की चमक गायब हो जाती है इसलिए जितना हो सके मनोरंजन को समय दें।

E. – अच्छी नींद लेना – आजकल बहुत दौड़ भरी जिंदगी में आदमी के द्वारा उचित समय की नींद नहीं लेने के कारण कोई बीमारियों का जन्म होता है जिसमें मुख्य तत्व से संबंधित बीमारियां होती है इसलिए व्यक्ति को एक नियमित स्टार का आराम या नींद लेनी चाहिए जिससे कि शरीर में चुस्ती बनी रहे।

1. By eating –

 Many times there is food and drink for skin related diseases, which is very wrong as of today because these skin related diseases are increasing due to oily items, which is becoming the biggest problem/disease these days. Have been.

 Consuming too much oil impairs the digestive system of the body, due to which its ability to digest food reduces, too much oil produces heat in the body.

 Nowadays, eating food made from oil outside the home is very harmful because we do not know when the oil is from or which company is producing the oil. Because nowadays oil is made by mixing it with many chemical elements which These are very harmful for the body, due to which a person should avoid eating outside food.

 2. By touch –

 The second biggest reason for skin related problems is that in today’s time, there is a high possibility of skin disease due to the touch of others.

 If someone is suffering from a skin related disease and has been around a person who is suffering from the disease. And all the things that are rubbed or used by the patient are also used by others, due to which the chances of other person also getting skin related diseases increases, such as the bath towel used by the patient. The problem of skin disease can increase due to taking food, sharing the patient’s bed, wearing clothes of a patient suffering from skin related disease, eating food with the patient, hugging, shaking hands with each other, etc. 

3. Even from the sun –

 Nowadays, the biggest reason for skin related problems is sunlight, which is the biggest problem these days because the power of today’s people to tolerate sunlight or heat has reduced. Every person has a different skin which has its own specialty, the skin of some can tolerate sunlight and the skin of some cannot tolerate even light sunlight. Sun contains ultraviolet rays due to which the skin cannot tolerate direct contact.

 4. Due to germs or infection –

 Many times, germs are the main cause of skin related diseases which can infect a person by touching them anywhere. Mukesh’s germs are found on dirty, rotten things, which gets transferred to someone when they touch them and then reacts on his skin, which increases the possibility of skin related diseases, due to coming in contact with dust. The chances of getting skin related diseases also increases. There are many types of germs due to which there is a possibility of getting different types of skin related diseases.

Symptoms of skin related diseases:-

 When a person has a skin disease, many types of symptoms appear on his skin, such that it can be known that he has a skin related problem and it can be treated accordingly. Many types of screen diseases or symptoms are described below. Are –

1. Ringworm

2. Itching

3. Burning

4. Darkening of skin

5. Excessive whitening of skin

6. Pimples on the skin

7. Dry looking skin

8. Skin rash

9. Skin rashes

10. Having pimples on the face

11. Having dark circles

12. Having pimples and boils

13. Swelling in the body

14. Redness of skin

15. Hair fall also

16. prickling sensation on skin

👉👉👉 Preventive measures :-

 1. Contact the doctor –

 In case of screen related disease, the first thing to be done is to contact your doctor so that we can take medicines and medicines from him and so that some work can be done or eliminated before the disease gets bigger, for this it is necessary to meet the doctor first. . The doctor also gives you tablets or medicines related to your skin disease, which increases the chances of you getting cured quickly and without knowing the doctor, the tablets can also have adverse effects on the body, hence consult your doctor. must take.

 2 . Preventive measures –

 Skin related diseases can occur in many ways, including eating, coming in contact with each other, germs, and staying in the sun for too long. The chances of getting a skin related disease also increases. For this, preventive measures should be taken as much as possible. Stay out of the house less in the sun and even when you go out, make sure to cover the skin where the disease is present, it can be protected from harm. Or use sunscreen whenever you go out in the sun. Maintain distance from those who are likely to cause you skin related diseases because coming in contact with them may bring back the screen related disease.

3. After illness –

 If you are suffering from screen related disease, then it is important to avoid many things so that the skin related disease does not get worse. For this, you have to take care of eating, drinking, traveling and all other things so that the disease can be controlled. For example, wash your skin with water four-five times a day as per the doctor’s advice, take special care of the sun while going out, and to keep the skin good, eat fruits etc. which are fresh and full of water. Forest as much as possible. And avoid eating things made from oil and fast food made from bars. Stay away from people as much as possible so that the disease does not spread further or spread to others. And if Jaswant disease is more severe then contact the doctor once and take care of the skin as per his advice so that you can get good results. To make the skin shiny and beautiful, the skin can be made beautiful by adopting different home remedies which can be easily prepared at home.


विटामिन, खनिज के side इफैक्ट घातक परिणाम , Side effects and fatal consequences of vitamins and minerals

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 ज्यादा विटामिन और खनिज के सेवन के नुकसान कई प्रकार के हो सकते हैं, तथा इन नुकसानों की गंभीरता विटामिन और खनिज के प्रकार, और इनकी मात्रा, और व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करती है । यदि आप विटामिन और खनिज का सेवन अपने शरीर की क्षमता से अधिक या बिना कुछ सोचे समझे , बिना डॉक्टर के ले रहे हे तो बंद कर दे कोयंकी इनके साइड इफैक्ट इतने जानलेवा होते है की जो पूरी बॉडी को हिला देते तो सावधानी बरते। The harms of consuming excess vitamins and minerals can be many, and the severity of these harms depends on the type and amount of vitamins and minerals, and the individual’s health condition. If you are consuming vitamins and minerals more than your body’s capacity or without thinking or consulting a doctor, then stop because their side effects are so deadly that they can shake the entire body, so be careful.

          ✒️ गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं ✒️

विटामिन और खनिज के ज्यादा सेवन से कई प्रकार के गंभीर साइड इफेक्ट हो सकते हैं जो की व्यक्ति के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक होते हैं अगर साइड इफेक्ट लंबे समय तक शरीर में उपलब्ध होते हैं तो शरीर को बहुत ज्यादा नुकसान करते हैं जैसे कि उल्टियां, दस्त, जुकाम, चक्कर आना, मांसपेशियों का दर्द, दिल की समस्याएं, बालों के झड़ने की समस्या, और ब्लीडिंग की समस्याएं । 

            ✒️ किडनी और लिवर में समस्याएँ ✒️

जैसा कि आजकल देखा गया है कि लोग बस यूट्यूब या फेसबुक पर वीडियो देखकर उन्हें लगता है कि हमें भी विटामिन या कुछ खनिज लेने चाहिए जो बिना किसी डॉक्टर की सलाह कर लेते हैं जिससे शरीर पर साइड इफेक्ट बढ़ जाते हैं सबसे बड़ा साइड इफेक्ट किडनी और लीवर पर पड़ता है जैसे उल्टियां दस्त जुखाम आदि जो की किडनी और लीवर को हानि पहुंचाते हैं, विटामिन और खनिज के सेवन से किडनी और लिवर पर बहुत जायदा बुरा प्रभाव पड़ सकता है, और इससे  किडनी की पथरियाँ , और लिवर की बीमारियों की समस्या हो सकती है ।

      ✒️ अधिकतम विटामिन और खनिजों के लक्षण ✒️

विटामिन और खनिज के अधिक सेवन से व्यक्ति को लक्षण तो प्रगट हो जाते हैं लेकिन वह यह नहीं सोच पता है कि यह किस विटामिन की अधिकता की वजह से हमें दिक्कत आ रही है विटामिन के और खनिजों के लक्षण अलग-अलग होते हैं और जैसे यह लक्षण जो नीचे दिए गए हैं अगर आपको भी हो तो एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क करें, विटामिन और खनिजों के अधिक सेवन के लक्षण हो सकते हैं, जैसे कि दस्त, उल्टी, बदहजमी, जी  मचलना, और विशेष खनिजों के अधिक सेवन के लक्षण, जैसे कि तीव्र गर्मी, चक्कर , शरीर में कमज़ोरी, हाथ पेरो का टूटना।

    ✒️ बच्चों और गर्भवती महिलाओं में समस्याएं ✒️

 आजकल देख गया है कि गर्भवती महिलाएं जो की कमजोरी आने पर या आजकल के माता-पिता अपने बच्चों की हेल्थ को अच्छा करने के लिए बिना किसी सुझाव के या सलाह के बच्चों को या गर्भवती महिलाएं खुद विटामिन या खनिजों का सेवन करना शुरू कर देती है इसके साइड इफेक्ट बच्चों को या गर्भ में पले बच्चों को दोनों को हानि पहुंचती है इसी के लिए इनका सेवन करने से पहले एक बार जांच जरुर कर लो, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए विटामिन और खनिजों के अधिक सेवन के साइड इफेक्ट्स और बीमारियों का खतरा अधिक हो जाता है ।

यहां कुछ विटामिन और खनिजों के अधिक सेवन के संभावित साइड इफेक्ट्स हैं 

  

       ✒️ May cause serious side effects ✒️

 Excessive consumption of vitamins and minerals can cause many types of serious side effects which are very harmful for the person. If the side effects are available in the body for a long time then they cause great harm to the body such as vomiting, diarrhea. , cold, dizziness, muscle pain, heart problems, hair loss, and bleeding problems.

           ✒️ Kidney and liver problems ✒️

 As it is seen nowadays that people just by watching videos on YouTube or Facebook, they think that we should also take vitamins or some minerals without consulting any doctor, which increases the side effects on the body. The biggest side effects are kidney and Affects the liver like vomiting, diarrhoea, cold etc. which harm the kidney and liver, intake of vitamins and minerals can have a very bad effect on the kidney and liver, and this can lead to the problem of kidney stones, and liver diseases. Can.

     ✒️ Characteristics of Maximum Vitamins and Minerals ✒️

 Due to excessive intake of vitamins and minerals, symptoms appear in the person, but he does not know that due to excess of which vitamin we are facing problems. Symptoms of vitamins and minerals are different and like this Symptoms which are given below, if you also have them then definitely contact the doctor at once, there may be symptoms of excess intake of vitamins and minerals, such as diarrhea, vomiting, indigestion, nausea, and symptoms of excess intake of particular minerals. , such as intense heat, dizziness, weakness in the body, broken limbs.

              ✒️ Problems in children and pregnant women ✒️

 Nowadays it has been seen that when pregnant women feel weak or the parents of these days, to improve the health of their children, without any suggestion or advice, the children or the pregnant women themselves start consuming vitamins or minerals. Its side effects cause harm to both children and babies in the womb, therefore, before consuming them, make sure to check the side effects and diseases of excessive consumption of vitamins and minerals for pregnant women and small children. The danger increases.

 Here are the possible side effects of overconsumption of some vitamins and minerals

         

         💁  विटामिन A के अधिक सेवन के दुष्प्रभाव 

यहां पर विटामिन ए की अधिकता के सेवन की वजह से कुछ दुष्प्रभाव बताए गए हैं जो की मुख्य मुख्य दुष्प्रभाव है वैसे तो विटामिन एक की अध्यक्ष से बहुत सारे रोग होने की संभावना रहती है लेकिन यह कुछ मुख्य है –

 👉उल्टी( नींद के खराब होने की समस्या)  

👉जुकाम  

👉बालों के झड़ने की समस्या 

 👉त्वचा के खराब होने की समस्या  

       💁  विटामिन D के अधिक सेवन के दुष्प्रभाव  

विटामिन डी जो लगभग आदमी को अधिकता की वजह से बहुत ज्यादा सेवन से बहुत ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि इसमें विटामिन डी की अधिकता से मांसपेशियों में दर्द होने लगता है जो कि पूरे शरीर में एक दर्द का प्रवाह संचार कर देता है जो कि आदमी किससे शक्ति से बहुत ज्यादा होता है विटामिन डी टी अधिकता की सेवन की वजह से होने वाले दुष्प्रभाव नीचे दिखाए गए –

 👉उल्टी

 👉दर्द के साथ मांसपेशियों में कमी 

👉बढ़ा हुआ कैल्शियम और मैग्नीशियम स्तर  

        💁 विटामिन C के अधिक सेवन के दुष्प्रभाव

 विटामिन सी जो के शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण एक विटामिन होता है जिसकी वजह से शरीर में संतुलन बना रहता है लेकिन इसकी कमी से शरीर में बहुत ज्यादा दस्त या पेट में दर्द होने लगता है जो कि शरीर का कार्य करने का तरीका चेंज कर देता है और क्वेश्चन में से नीचे दी गई है देखें –

👉पेट की समस्याएं, जैसे कि दस्त या पेट में दर्द 

👉अधिक मात्रा में हैमोक्लोबिन और ऑक्सालेट के रूप में किडनी की पथरियाँ बनने की समस्या

 

        💁  विटामिन B के अधिक सेवन के दुष्प्रभाव 

विटामिन बी शरीर के लिए महत्वपूर्ण होता है लेकिन अधिकता की वजह से शरीर को बहुत हानि पहुंचती है जो के नीचे बताया गया दुष्प्रभाव देखें –

👉 के सिस्टम के नुकसान की संभावना होती है, जिससे उल्टी,

👉बात करने में परेशानी,अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं ।  

        💁  विटामिन E के अधिक सेवन के दुष्प्रभाव 

विटामिन ई की अधिकता की वजह से बहुत ज्यादा शारीरिक दुष्प्रभाव होता है इसलिए विटामिन ए को सेवन करने से पहले उसकी जानकारी या किसी सलाह की वजह से ले वरना नहीं लेना चाहिए क्योंकि इसके दुष्प्रभाव नीचे दिए गए  –

👉ब्लीडिंग की समस्याएँ, जैसे कि नकसीर, खून की कमी की समस्या 

👉बढ़ा हुआ रक्त के थक्कों का निर्माण 

          💁  कैल्शियम के अधिक सेवन के दुष्प्रभाव

 

आजकल लोगों को पता नहीं होता है कि वह खाना खा रहे हैं उसमें कौन सरदार की कितनी मात्रा है जो कि जो कि शरीर के लिए कितना हानिकारक या फायदेमंद है इसकी जानकारी के बगैर वह कहते रहते हैं जिसमें कैल्शियम की अधिकता की वजह से आदमी को किडनी में पथरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है इसलिए किसी वस्तु को खाने से पहले एक बार उसमें जो भी है उसको जरूर चेक कर ले –

👉कैल्शियम के अधिक सेवन से कैल्शियम के ऑक्सलेट पथरियाँ बनने की संभावना बढ़ सकती है, जिनसे किडनी में समस्याएँ हो सकती हैं ।

        💁  सोडियम( नमक) के अधिक सेवन के दुष्प्रभाव

बाहर खाने वालों हो जाओ सचेत क्योंकि आजकल के नौजवानों को पता ही नहीं होता है कि कितना नमक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है और कितना लाभदायक होता है और कौन सा नमक सही है या गलत है इनकी उनको फर्क नहीं होती है इसलिए वह कहते रहते हैं जिससे उनको उसे वक्त पता नहीं चलता लेकिन उम्र के बढ़ाने के साथ-साथ दिल की समस्या या हाई ब्लड प्रेशर की समस्याओं का सामना करना पड़ता है जो की उम्र के हिसाब से गलत भी है गलत है –

👉सोडियम के अधिक सेवन से हाई ब्लड प्रेशर और दिल की समस्याएँ हो सकती हैं ।

           💁    आयरन के अधिक सेवन के दुष्प्रभाव

आयरन एक शरीर के लिए महत्वपूर्ण खनिज है जिसका सेवन व्यक्ति को हर रोज करना चाहिए इसकी कमी से लोगों में अनेक प्रकार की शारीरिक समस्याएं उत्पन्न होती है इसीलिए आयरन का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए लेकिन अधिकता से बचे –

👉आयरन के अधिक सेवन से हेमोक्रोमेटोसिस और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं ।

विटामिन और खनिज के सेवन से पहले एक बार डॉक्टर से  सलाह जरूर लें लेवे।

Does this and see the questions given below –

 👉Stomach problems, such as diarrhea or stomach pain

 👉Problem of formation of kidney stones in the form of excessive hemoglobin and oxalate.

 💁 Side effects of excessive intake of Vitamin B

 Vitamin B is important for the body but its excess causes great harm to the body, see the side effects mentioned below –

 👉 There is a possibility of damage to the system, which can lead to vomiting,

 👉There may be difficulty in talking and other health problems.

 💁 Side effects of excessive consumption of Vitamin E

 Due to excess of Vitamin E, there are many physical side effects, therefore, before consuming Vitamin A, one should not take it because of its information or any advice, because its side effects are given below –

 👉Bleeding problems, such as nosebleeds, anemia

 👉Increased blood clot formation

💁 Side effects of excessive calcium intake

 Nowadays, people do not know what amount of Sardar is present in the food they are eating and without knowing how harmful or beneficial it is for the body, they keep saying that due to excess of calcium, the person gets kidney problems. I have to face problems like stones, hence before eating any item, check what is present in it.

 👉Excessive intake of calcium can increase the chances of forming calcium oxalate stones, which can cause kidney problems.

 💁 Side effects of excessive sodium (salt) consumption

 Those who eat out, be careful because today’s youth do not know how much salt is harmful for health and how much is beneficial and they do not differentiate between which salt is right or wrong, that is why they keep saying Due to which they do not know the time, but as the age increases, they have to face heart problems or high blood pressure problems, which is wrong according to the age, it is wrong –

 👉Excessive consumption of sodium can cause high blood pressure and heart problems.

 💁 Side effects of excess iron intake

 Iron is an important mineral for the body, which a person should consume every day. Its deficiency causes many types of physical problems in people, that is why iron should be consumed regularly but avoid excess –

 👉Excessive intake of iron can cause hemochromatosis and other health problems.

 Always consult a doctor before consuming vitamins and minerals.


हैल्थ टिप्स हेल्थी लाइफस्टाइल के लिऐ 16 Tips , Health Tips 16 Tips for Healthy Lifestyle

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 हेल्थी लाइफस्टाइल बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण हेल्थ टिप्स निम्नलिखित हैं ( Following are some important health tips to lead a healthy lifestyle )  :-

1 . व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए हमेशा अच्छा भजन लेना चाहिए जिससे कि शरीर को उचित प्रकार से सभी विटामिन खनिज व अन्य पोषक तत्व प्राप्त हो सकते हैं और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए ताजा फल और सब्जियों का सेवन करें जो शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं और नियमित रूप से फल सब्जियों का सेवन करें।

2. व्यक्ति को हमेशा उचित पोषण वाले खाद्य पदार्थों में सेवन करना चाहिए ऐसे खाद्य पदार्थ जिसमें सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्व जैसे विटामिन खनिज या अन्य प्रकार के सभी तत्व उचित मात्रा में हो जो कि शरीर की क्षमता को बनाए रखना है और एक नई ऊर्जा देते हैं जैसे की प्रोटीन के लिए दाल मांस मछली अंडा इत्यादि अधिक सेवन करना चाहिए और हर एक विटामिन के लिए अलग-अलग ताजे फलों सब्जियों का प्रयोग करना चाहिए जिससे कि विटामिन की पूर्ति पूरी हो सके हो।

3. 

आजकल कि तेजी से बढ़ती दुनिया में लोगों के पास समय की कमी होने के वजह से अक्सर वह देरी के चक्कर में घर से बिना खाए हुए निकल जाते हैं फिर बार की चीज तेल से बनेगी करते हैं जो कि शरीर के लिए बोल नुकसान दही होती है इसलिए शरीर को स्वस्थ बनाएं रखने के लिए बार की टेंशन चीजों को सेवन करने से बचे क्योंकि यह शरीर को भोजन पहुंचाती है क्योंकि अक्सर होटल वाले दिन प्रकार के तेल यदि का प्रयोग करके दांतो पक्का तस्वीर के लिए हानिकारक होता।

4.  व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए हर एक शरीर का अच्छा से ख्याल रखना चाहिए जैसे की अगर शुगर की मात्रा आपके शरीर में अधिक है तो मीठा खाने के परहेज करें और सुबह या चाय जैसा कि भारत में चलता है चाय पीने से मन करें और अधिक से अधिक मात्रा में पानी पिए जिससे कि शरीर में पानी की कमी की पूर्ति को पूरा किया जा सकता है और जैसा की रिपोर्ट के अनुसार आज कल जवान से लेकर बुद्ध तक सभी को शुगर की प्रॉब्लम रहती है इसी के लिए मीठे पदार्थ का सेवन कम करें।

5.  व्यक्ति को स्टडी को मानसिक स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति को सुबह से लगभग 7:30 मिनट योग अभ्यास करना चाहिए जिससे कि शरीर की एकाग्रता और अन्य सभी में एकाग्रता बढ़ सके और मानसी की स्थिति भी मजबूत हो सके इसीलिए सुबह शाम योग अभ्यास शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है जो कि शरीर में संतुलन बनाए रखना है।

6. व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए दिन में लगभग 7 से 8 किलोमीटर पैदल चलना चाहिए जैसे की पैरों की मजबूती बनी रहती है और व्यक्ति की सांस की प्रॉब्लम खत्म हो जाती है और योग तथा मेडिसिन को शरीर में बनाए रखें जिससे कि शरीर की शक्ति को बढ़ाई जा सकता है।

 7.

आदमी सफल होने के लिए व्यक्ति को अपने सपनों के प्रति पूरा समर्पित रहना चाहिए और हमेशा अपने लक्ष्य के बारे में सोचना चाहिए दूसरे खयालों को दिमाग में नहीं लाना चाहिए हर समय अपने गोल या लक्ष्य के बारे में सोचना चाहिए जिससे कि लक्ष्य को जल्दी प्राप्त किया जा सकता है और अधिक प्राप्त किया जा सकता है इसीलिए व्यक्ति को समय को बर्बाद नहीं करना चाहिए उचित समय पर ही अपने सपनों के लिए दौड़ स्टार्ट करनी चाहिए जिससे कि सपना जल्दी प्राप्त हो सके।

8. व्यक्ति को गत बनाने या गैंग बनाने या गणित की प्रक्रिया करने में ध्यान नहीं देना चाहिए और अपने स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए जिससे कि शरीर को स्वस्थ बनाए जा सकता है। 

9. नींद और आराम प्रतिदिन कम से कम 7- 8 घंटे की नींद लें।  स्थिर दिनचर्या बनाएं और नींद को स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण मानें । नींद बहुत जरूरी काम है अपने शरीर को अच्छा रखने के लिए। शरीर के लिए नींद बहुत जरूरी है जैसे की नींद लेने से आंखों की क्षमता बढ़ती है शरीर को क्षमता मिलती है और चिंता दूर होती है मन शांत होता है नए-नए विचार आते हैं और अपने लक्ष्य की तरफ बिना किसी थकान की आगे बढ़ सकते।

10. आजकल की बड़ा टी दुनिया की तेजी में लोगों के लिए सुविधा भी बहुत ज्यादा बढ़ रही है जिसमें कि लोगों को आसानी से तंबाकू शराब आदि उपलब्ध हो जाते हैं जिससे शरीर को बहुत ज्यादा हानि होती है और शरीर को कमजोर करते हैं इसीलिए व्यक्ति को तंबाकू और शराब का सेवन कभी नहीं करना चाहिए क्योंकि यह हमारे शरीर के नर्वस सिस्टम को कमजोर बनाते हैं जो की शरीर के चार चरण को ठीक नहीं कर पाता। तंबाकू योग गुटके से अनेक प्रकार की शारीरिक समय से हो सकती है जो कि व्यक्ति को गलत परिणाम भी दे सकती है इसीलिए तंबाकू और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।

11. तनाव को कम करने के लिए योग, मेडिटेशन, और दिनचर्या में छोटी सी बदलाव करें ।  आजकल की बैग दौड़ भरी जिंदगी में व्यक्ति के लिए अपने परिवार के साथ समय बिताने को समय ही काम मिलता है जिससे कि उसकी जिंदगी तनावपूर्ण रहती है इसके लिए व्यक्ति को परिवार के साथ बातचीत करने के अलावा नियमित रूप से योगाभ्यास या मेडिटेशन भी करना चाहिए जिससे शरीर में मन को शांति प्राप्त हो सके। अपने साथीयों और दोस्तों के साथ समय बिताएं और हमेशा खुश रहे , फिल्म भी देखे।

12. नियमित हेल्थ चेकअप नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाएं और स्वास्थ्य चेकअप कराएं, व्यक्ति को अपने शारीरिक क्षमता को बनाए रखने के लिए अपने एक निश्चित समय के बाद शारीरिक जांच अवश्य करवानी चाहिए जिससे कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी या अधिकता का पता चल सकता है और उसी के अकॉर्डिंग खाने पीने का तरीका बदले। ताकि समस्याओं को पहचाना जा सके और उनका उपचार किया जा सके ।

13. सफाई और हाइजीन स्वच्छता को बनाए रखने के लिए अपने शरीर, खाने के बर्तन, और घर को स्वच्छ रखें । रितिक को शरीर की साफ-सफाई चली बहुत अधिक क्या मेरे से क्योंकि आजकल की फर्स्ट बीमारी हाथोंथ धोने का आदत बनाएं और समय- समय पर व्यक्तिगत हाइजीन को ध्यान में रखें 

 14 . संतुलित जीवनशैली काम और व्यक्तिगत जीवन के बीच संतुलन बनाए रखें । समय- समय पर छुट्टी लें और आपकी दिनचर्या में मन को खुश करने वाली क्रियाकलाप शामिल करें ।

 15. सोशल मीडिया, परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना स्वास्थ्य और खुशी के लिए महत्वपूर्ण है । सोशल कनेक्शन और समर्पण आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधार सकते हैं । 

16. हेल्थी लाइफस्टाइल बनाने के लिए ये सवंदन और नियमितता की आदत बना दें, और अपने आप को स्वस्थ और संतुलित रखने के लिए संकल्पित रहें ।

 👉आपके स्वास्थ्य और व्यक्तिगत सुख का ध्यान रखने में ये हेल्थ टिप्स मदद कर सकते हैं ।

1. To stay healthy, a person should always take good food so that the body can get all the vitamins, minerals and other nutrients properly and to keep the body healthy, consume fresh fruits and vegetables which are very good for the body. It is important to consume fruits and vegetables regularly.

2.   A person should always consume foods with proper nutrition, such foods which contain all the important nutrients like vitamins, minerals or all other types of elements in proper quantity which maintain the capacity of the body and give a new energy. For example, for protein, pulses, meat, fish, eggs etc. should be consumed more and for each vitamin, different fresh fruits and vegetables should be used so that the supply of vitamins can be complete.

 3.  Nowadays, in the fast growing world, due to lack of time, people often leave the house without eating due to delay, then they make the bar food with oil which is harmful for the body. Therefore, to keep the body healthy, avoid consuming stressful things as it provides food to the body, because often using oil like agar during the hotel day is harmful for the teeth.

4. To remain healthy, a person should take good care of every body, like if the amount of sugar in your body is high then avoid eating sweets and avoid drinking tea in the morning or as is customary in India. Drink as much water as possible so that the lack of water in the body can be compensated and as per the reports, nowadays everyone from young to Buddha has the problem of sugar, hence the intake of sweets should be reduced. Do it.

 5. In order for a person to study and remain mentally healthy, a person should practice yoga for about 7:30 minutes in the morning so that the concentration of the body and everything else can increase and the state of mind can also be strengthened, that is why yoga practice should be done in the morning and evening. It is very important for this which is to maintain balance in the body.

6. To remain healthy, a person should walk about 7 to 8 kilometers a day, such that the strength of the legs remains and the breathing problem of the person gets eliminated and maintain yoga and medicine in the body so that the strength of the body is maintained. can be increased.

 7. To be successful, a person should be completely dedicated towards his dreams and should always think about his goal. Other thoughts should not come to mind. He should think about his goal or goal all the time so that the goal can be achieved quickly. One can go further and achieve more, that is why a person should not waste time and should start running for his dreams at the right time so that the dream can be achieved quickly.

 8. A person should not concentrate on making groups or forming gangs or doing mathematics and should make every possible effort to improve his health so that the body can be kept healthy.

 9. Sleep and rest: Take at least 7-8 hours of sleep every day. Create a stable routine and consider sleep as important for health. Sleep is a very important thing to keep your body good. Sleep is very important for the body, as by taking sleep, the ability of the eyes increases, the body gets efficiency and anxiety goes away, the mind becomes calm, new ideas come and we can move towards our goal without any fatigue.

10. Nowadays, in the fast pace of the world, the facilities for the people are also increasing a lot in which tobacco, alcohol etc. are easily available to the people, which causes a lot of harm to the body and weakens the body, hence the person. Tobacco and alcohol should never be consumed because they weaken the nervous system of our body which is unable to correct the four phases of the body. Tobacco Yoga Gutka can cause many types of physical problems which can also give wrong results to the person, that is why tobacco and alcohol should not be consumed.

11. To reduce stress, do yoga, meditation, and small changes in your daily routine. In today’s busy life, a person hardly gets time to spend time with his family, due to which his life remains stressful, for this, apart from interacting with the family, a person should also practice yoga or meditation regularly so that May the mind attain peace in the body. Spend time with your colleagues and friends and be happy always, also watch movies.

 12. Regular health checkup: Visit the doctor regularly and get health checkup done. To maintain one’s physical capacity, one must get one’s physical checkup done after a certain period of time so that the deficiency or excess of nutrients in the body can be detected. It is possible to change the way of eating and drinking accordingly. So that problems can be identified and treated.

 13. Cleanliness and Hygiene To maintain cleanliness, keep your body, eating utensils, and home clean. Hrithik is much more concerned about body cleanliness than me because nowadays it is the first disease. Make a habit of washing hands and keep personal hygiene in mind from time to time.

 14. Balanced Lifestyle Maintain a balance between work and personal life. Take a break from time to time and incorporate mindful activities into your daily routine.

 15. Social media, spending time with family and friends is important for health and happiness. Social connection and dedication can also improve your mental health.

 16. To create a healthy lifestyle, make these habits a habit of discipline and regularity, and be determined to keep yourself healthy and balanced.

 👉These health tips can help you take care of your health and personal happiness.